बेंगलुरु में होगी फॉक्सकॉन की दूसरी सबसे बड़ी आईफोन प्लांट
17 अगस्त 2024 20 टिप्पणि Rakesh Kundu

फॉक्सकॉन का बेंगलुरु में बड़ा निवेश

ताइवान की प्रतिष्ठित इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी फॉक्सकॉन ने बेंगलुरु के डोडाबल्लापुर में अपनी दूसरी सबसे बड़ी आईफोन प्लांट स्थापित करने का फैसला किया है। इस परियोजना के तहत, जिसे 'प्रोजेक्ट एलीफैंट' नाम दिया गया है, कंपनी 22,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। यह निवेश न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह राज्य में 40,000 प्रत्यक्ष नौकरियां भी सृजित करेगा। मुख्य रूप से ये नौकरियां मध्यम स्तर के शिक्षित व्यक्तियों के लिए होंगी।

राज्य सरकार का सहयोग

फॉक्सकॉन के सीईओ यंग लियू ने हाल ही में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, बड़े और मध्यम उद्योग मंत्री एमबी पाटिल, और आईटी-बिट मंत्री प्रियांक खर्गे के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने परियोजना के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और मुख्यमंत्री ने इस परियोजना के सफलतापूर्वक लागू करने के लिए राज्य के समर्थन का आश्वासन दिया। कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड (KIADB), कर्नाटक पावर ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (KPTCL), अग्निशमन विभाग, और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इस परियोजना को सुचारू रूप से लागू करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।

ग्लोबल स्टैंडर्ड्स के लिए प्रयास

फॉक्सकॉन का यह प्लांट न केवल आईफोन निर्माण के लिए होगा, बल्कि कंपनी की योजना है कि वे भारत में अपने निवेश को मोबाइल फोन से आगे बढ़ाकर, इलेक्ट्रिक वाहन के पुर्जे और अन्य क्षेत्रों में भी विस्तार करें। कंपनी के लिए बेंगलुरु का चयन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि राज्य के पास कुशल कार्यबल, मजबूत विक्रेता आधार, प्रभावी लॉजिस्टिक्स और विश्वसनीय विद्युत आपूर्ति जैसी प्रतिस्पर्धात्मक लाभ हैं। फॉक्सकॉन की यह नई प्लांट भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान देगी और देश की बढ़ती इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन और निर्यात में अपना हिस्सा जोड़ेगी।

आधुनिक औद्योगिक वातावरण

फॉक्सकॉन का यह नया प्लांट एक ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडस्ट्रियल वातावरण स्थापित करने का उद्देश्य रखता है। यह परियोजना स्थानीय समुदाय के लिए अत्यंत लाभकारी होगी, चूंकि इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और स्थानीय इकानॉमी को भी मजबूती मिलेगी। फॉक्सकॉन का यह कदम न केवल उनकी व्यवसायिक रणनीतियों का हिस्सा है, बल्कि यह भारतीय बाजार की क्षमता और संभावनाओं पर भी विश्वास दिखा रहा है।

इलेक्ट्रिक वाहन और भविष्य की योजनाएं

बेंगलुरु में फॉक्सकॉन की नई प्लांट केवल मोबाइल फोन उत्पादन तक सीमित नहीं रहेगी। कंपनी की योजना है कि वे भारत में इलेक्ट्रिक वाहन के पुर्जे और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में भी अपने निवेश का विस्तार करें। यह भारत में बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहन बाजार को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है और फॉक्सकॉन की भविष्य की योजनाओं में इसकी विशेष भूमिका होगी।

फॉक्सकॉन और कर्नाटक सरकार के बीच रणनीतिक साझेदारी

फॉक्सकॉन और कर्नाटक सरकार के बीच रणनीतिक साझेदारी

फॉक्सकॉन और कर्नाटक सरकार के बीच यह रणनीतिक साझेदारी कंपनी के विस्तारित निवेश योजनाओं की ओर इंगित करती है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की ओर से फॉक्सकॉन को दी गई सभी प्रकार की सहायता और राज्य सरकार द्वारा दी गई सुविधाएं इस परियोजना को शीघ्रता से लागू करने में सहायक होंगी।

इस परियोजना से फॉक्सकॉन को न केवल आर्थिक लाभ होगा, बल्कि यह कर्नाटक राज्य के उभरते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थान को भी मजबूत करेगी। यह निवेश राज्य के युवा पेशेवरों के लिए विविध प्रकार के रोजगार के अवसर जन्म देगा और उद्योग क्षेत्र में नई ऊँचाइयों को छुएगा।

Rakesh Kundu

Rakesh Kundu

मैं एक समाचार संवाददाता हूं जो दैनिक समाचार के बारे में लिखता है, विशेषकर भारतीय राजनीति, सामाजिक मुद्दे और आर्थिक विकास पर। मेरा मानना है कि सूचना की ताकत लोगों को सशक्त कर सकती है।

20 टिप्पणि

Krishna Saikia

Krishna Saikia

अगस्त 17, 2024 AT 19:46

देश की गर्व की बात है कि फॉक्सकॉन जैसे विदेशी दिग्गज ने हमारी मिट्टी में अपना जूनून लगाया है। यह निवेश सिर्फ़ आर्थिक नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्वाभिमान का प्रमाण है। हमारे युवा अब सबसे बड़े मंच पर काम करेंगे, यह देखकर दिल गर्व से भर जाता है। एसे अवसर को घृणित प्रतिपक्ष नहीं ले सकते, हमें पूरे जोश से इस प्रोजेक्ट को सपोर्ट करना चाहिए।

Meenal Khanchandani

Meenal Khanchandani

अगस्त 20, 2024 AT 09:26

इसे देखते ही मन में देशभक्ति की लहर दौड़ जाती है।

Anurag Kumar

Anurag Kumar

अगस्त 22, 2024 AT 23:06

भाई लोग, फॉक्सकॉन की नई प्लांट से तकनीकी प्रशिक्षण का भी बड़ा चांस मिलेगा। अगर आप इलेक्ट्रॉनिक्स या मेक्ट्रॉनिक्स पढ़ रहे हैं, तो इस क्षेत्र में एंट्री लेवल जॉब्स देख सकते हैं। साथ ही, स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं के लिए सप्लाई चेन में नई संभावनाएं खुलेंगी। तो तैयारी करो, रिज्यूमे अपग्रेड करो।

Prashant Jain

Prashant Jain

अगस्त 25, 2024 AT 12:46

देखो, ये सब बड़ी बातें हैं पर असली फायदा तो तभी होगा जब सरकार जमीन का मुद्दा सॉल्व कर दे। ज़मीन लेन‑देने में अड़चन नहीं आती तो ही इस प्लांट को पूरी गति मिल पाएगी। नहीं तो नौकरियां पेपर पर ही रह जाएँगी।

DN Kiri (Gajen) Phangcho

DN Kiri (Gajen) Phangcho

अगस्त 28, 2024 AT 02:26

भाई सबको याद दिलाना चाहता हूँ कि ऐसे बड़े प्रोजेक्ट में स्थानीय छोटे व्यवसायों को भी मौका मिले, यही असली विकास है। चलो मिलके सपोर्ट करें, सबको साथ लाएँ।

Yash Kumar

Yash Kumar

अगस्त 30, 2024 AT 16:06

मैं तो कहूँगा, फॉक्सकॉन की प्लांट किसी भी तरह से भारत के टेक इकोसिस्टम को रॉक कर देगी, मानो जादू की छड़ी। अगर नहीं भरोसा तो देखेंगे कैसे क्लाइंट्स का पोर्टफोलियो चलेगा, कबो नहीं।

Aishwarya R

Aishwarya R

सितंबर 2, 2024 AT 05:46

सच्चाई ये है कि फॉक्सकॉन ने पहले भी किन बातों को नजरअंदाज़ किया, फिर भी आगे बढ़ा। इस बार भी एक्सपर्ट्स ने कहा कि लागत‑संकट नहीं है। तो चिंता छोड़ो, सब ठीक‑ठाक रहेगा।

Vaidehi Sharma

Vaidehi Sharma

सितंबर 4, 2024 AT 19:26

आप सही कह रहे हैं 😄 लेकिन याद रखें, प्लांट के आसपास की इन्फ्रास्ट्रक्चर भी डेवलप होनी चाहिए, नहीं तो ट्रैफ़िक बड़ा सिरदर्द बन जाएगा।

Jenisha Patel

Jenisha Patel

सितंबर 7, 2024 AT 09:06

सचमुच, यह पहल भारत की औद्योगिक नीतियों के अनुरूप, एवं यह निवेश केवल आर्थिक लाभ ही नहीं, बल्कि तकनीकी आत्मनिर्भरता का भी प्रतीक है; अतः सभी हितधारकों को सहयोग देना अनिवार्य है।

Ria Dewan

Ria Dewan

सितंबर 9, 2024 AT 22:46

आह! बेंगलुरु फिर से हाई‑टेक सपनागाड़ी पर सवार हो रहा है, मानो कोई नया अवकाश स्थल हो। क्या सोचते हैं, कि एलीफ़ैंट प्रोजेक्ट से देश का जीडीपी खुद ही ऊपर उड़ जाएगा? शायद कुछ ही लोग समझ पाएँगे इस बड़े जलस्राव की असली कीमत।

rishabh agarwal

rishabh agarwal

सितंबर 12, 2024 AT 12:26

भाई, उदासीनता में रहकर कुछ नहीं होगा। अगर हम सब मिलकर विचार करेंगे तो इस पहल के दीर्घकालिक असर को समझ पायेंगे।

Apurva Pandya

Apurva Pandya

सितंबर 15, 2024 AT 02:06

मैं तो कहूँगा कि ये निवेश हमारे युवाओं को विश्व मंच पर दिखाने का मौका है 😊 लेकिन साथ में पर्यावरणीय प्रभाव को नजरअंदाज़ नहीं करना चाहिए।

Nishtha Sood

Nishtha Sood

सितंबर 17, 2024 AT 15:46

देखिए, जब तक हम सिर्फ़ बातों में ही रहेंगे, कुछ नहीं बदल पाएँगे। इसलिए हमें न सिर्फ़ इस प्लांट के लिए बैकिंग करनी होगी, बल्कि उसके बाद के इको‑सिस्टम को भी देखना होगा। जैसे कि ट्रेनिंग सेंटर्स, सप्लाई चेन सपोर्ट, और स्थानीय स्कूलों में टेक्नोलॉजी कैरिकुलम को एन्हांस करना। ये सब चीज़ें मिलकर ही इस बड़े प्रोजेक्ट को सफल बनायेंगी।

Hiren Patel

Hiren Patel

सितंबर 20, 2024 AT 05:26

फ़ॉक्सकॉन की इस नई प्लांट ने भारत के टेक्स्टाइल को इलेक्ट्रॉनिक सागर में डुबो दिया है।
अब हमारे इंजीनियरों को ऐसे प्रोजेक्ट पर काम करने का अवसर मिला है जो पहले सिर्फ़ सपने में था।
यह निवेश सिर्फ़ पैसे नहीं, बल्कि तकनीकी ज्ञान का भंडार भी लाएगा।
स्थानीय छोटे‑उद्योगों को अब बड़े ऑर्डर मिलेंगे और उनका मुनाफ़ा आसमान छू लेगा।
सरकार की तेज़ी से जमीन सौंपने की प्रक्रिया इस पूरे माहोल को और भी रोमांचक बना देती है।
साथ ही, इस प्लांट के आसपास की बुनियादी सुविधाओं में सुधार होगा, जैसे कि सड़कों का विस्तार और बेहतर बिजली सप्लाई।
युवाओं के लिए नई जॉब्स का सृष्टि होना एक बड़ी बात है, जिससे बेरोज़गारी की समस्या थोड़ा कम होगी।
फ़ॉक्सकॉन की एलीफ़ैंट प्लान्ट में उपयोग होने वाले उन्नत रोबोटिक्स हमें भविष्य की दिशा दिखाते हैं।
आप जानते हैं कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहन की मांग बढ़ रही है, तो इस प्लांट से नई सप्लाई चेन बन सकती है।
इस बड़े निवेश से टूरिज़्म भी बढ़ेगा क्योंकि लोग फैक्ट्री टूर में रुचि ले रहे हैं।
मेरे ख्याल से यह एक सिग्नल है कि अंतरराष्ट्रीय कंपनियाँ अब भारत को भरोसेमंद मान रही हैं।
इस अवसर को पकड़ने के लिए हमें अपनी शिक्षा प्रणाली को भी अपडेट करना पड़ेगा।
अगर हम इस प्लांट को एक मॉडल बना दें, तो अन्य हिस्सों में भी ऐसे बड़े प्रोजेक्ट्स आ सकते हैं।
लेकिन, इस सब के बीच पर्यावरणीय नतीजों को नजरअंदाज़ नहीं किया जा सकता, हमें कड़े मानक रखने चाहिए।
अंत में, यह सब मिलकर भारत को एक नई टेक्नोलॉजी हब में बदल देगा, और हमें इस पर गर्व होना चाहिए।

Heena Shaikh

Heena Shaikh

सितंबर 22, 2024 AT 19:06

बिलकुल, लेकिन कल्याणकारी नीतियों के बिना यह सब सिर्फ़ कागज़ पर रहेगा।

Chandra Soni

Chandra Soni

सितंबर 25, 2024 AT 08:46

इंडस्ट्री 4.0 पैराडाइम के तहत यह प्लांट एन्ड‑टू‑एन्ड सप्लाई चेन इंटीग्रेशन का एक बेहतरीन केस स्टडी बन सकता है, जहाँ डिजिटल ट्विन्स और IoT द्वारा ऑप्टिमाइज़ेशन संभव होगा।

Kanhaiya Singh

Kanhaiya Singh

सितंबर 27, 2024 AT 22:26

आपका विचार समझ में आता है, परन्तु इस पहल में एक व्यापक ESG फ्रेमवर्क लागू करना आवश्यक है 😊।

prabin khadgi

prabin khadgi

सितंबर 30, 2024 AT 12:06

उल्लेखनीय है कि फॉक्सकॉन ने वर्तमान वैश्विक आपूर्ति शृंखला में कैसे रणनीतिक स्थान ग्रहण किया है; क्या यह भारतीय नीति‑निर्माताओं ने पर्याप्त रूप से प्रोत्साहित किया है?

Aman Saifi

Aman Saifi

अक्तूबर 3, 2024 AT 01:46

ऐसा लगता है कि हमें अधिक बहु‑पक्षीय संवाद की आवश्यकता है, ताकि सभी हितधारक अपनी अपेक्षाएँ स्पष्ट कर सकें और सहयोगी ढांचा स्थापित हो।

Ashutosh Sharma

Ashutosh Sharma

अक्तूबर 5, 2024 AT 15:26

वाह, कितना गहरा विश्लेषण! लगता है अब हमें सारे उद्योग को फॉक्सकॉन के पीछे लायनहार करना चाहिए।

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