भारतीय एयरलाइन उद्योग इन दिनों एक अद्वितीय स्थिति का सामना कर रहा है, जब लगातार उड़ानों पर बम धमकी के झूठे मामले देखे जा रहे हैं। बीते तीन दिनों में बारह ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जहां बम धमकियों ने उड़ानों को बाधित किया है। यह स्थिति सुरक्षा एजेंसियों और एयरलाइनों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण साबित हो रही है।
बेंगलुरु की उड़ान पर बम धमकी
अकासा एयर की फ्लाइट QP1335, जो दिल्ली से बेंगलुरु की ओर जा रही थी, को लॉचिन ने जगह के महत्वपूर्ण सुरक्षा उपायों के तहत वापस दिल्ली लौटने पर मजबूर किया। उड़ान में 174 यात्री, तीन शिशु और सात क्रू सदस्य थे। धमकी के मिलने के बाद फ्लाइट को 1:15 बजे आपातकालीन स्थिति घोषित करके इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर वापस लाया गया। उड़ान 1:57 बजे सुरक्षित रूप से उतर गई और सभी यात्री सुरक्षा से उतर गए।
अविश्वसनीय धमकियों का सिलसिला
इन धमकियों का सिलसिला यहीं नहीं थमा। दिल्ली से शिकागो जाने वाली एयर इंडिया फ्लाइट से लेकर जयपुर से बेंगलुरु की एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान, दमाम से लखनऊ की इंडिगो फ्लाइट और दरभंगा से मुंबई के लिए स्पाइसजेट की उड़ान ने भी इन धमकियों का सामना किया। ज्यादातर मामलों में ये धमकियां सोशल मीडिया के जरिये प्राप्त हुई थीं, लेकिन सभी को फर्जी पाया गया।
सुरक्षा व्यवस्थाओं की जांच
इस क्रम में भारतीय विमानपत्तन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) और साइबर सुरक्षा एजेंसियां इन धमकियों के स्रोत को पहचानने और उनका पता लगाने के लिए सभी संभव प्रयास कर रही हैं। एयरलाइंस सभी संबंधित पक्षों को नियमित रूप से अद्यतन जानकारी प्रदान कर रही हैं ताकि गलतफहमी की स्थिति ना बने। सुरक्षा वाले मामलों में पारदर्शिता और तत्परता का होना अत्यंत आवश्यक है।
इन घटनाओं ने एयरलाइन उद्योग में नए सुरक्षा मानदंडों की आवश्यकता की ओर ध्यान आकर्षित किया है। जब उड्डयन सुरक्षा का मामला आता है, तो इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है। इन झूठी धमकियों के बावजूद, यह महत्वपूर्ण है कि हम हवाई यात्रा के दौरान सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाते रहें।
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