IBPS भर्ती से उत्तर प्रदेश की सहकारी संस्थाओं में 12,500 नौकरी की खुली संभावना
27 सितंबर 2025 0 टिप्पणि Rakesh Kundu

उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में एक बड़ा कदम उठाते हुए 12,500 शून्य पदों के लिये भर्ती योजना मंजूर की है। इस प्रक्रिया को IBPS भर्ती के माध्यम से ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षा द्वारा पूरा किया जाएगा, जिससे बैंकिंग परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को अतिरिक्त अवसर प्राप्त हो रहे हैं।

प्रमुख आंकड़े और पदों का विवरण

कुल 12,500 पदों में से 5,000 पद सीधे सहकारी विभाग के अधीन आते हैं, जबकि शेष 7,500 दिनांक वेतन वाले पद मल्टी‑पर्पज प्राइमरी एग्रीकल्चर कमेटी (PACS) में नियुक्ति के लिये निर्धारित हैं। राज्य के 50 जिला सहकारी बैंकों में लगभग 2,200 खाली पदों की सूची जारी है। इन बैंकों के साथ अन्य सहकारी संस्थाओं जैसे ग्रामीण विकास संस्थान, खादी बैंकों और सहकारी लेखा इकाइयों में मिलाकर अतिरिक्त 2,800‑3,000 पदों की आवश्यकता है।

इन सभी पदों का वितरण विभिन्न स्तरों पर किया जाएगा, जैसे शाखा प्रबंधक, सहकारी लेखाकार, क्लर्क, ग्राहक सेवा प्रतिनिधि और कृषि समिति के तकनीकी एवं प्रशासनिक अधिकारी। मौजूदा कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति, पदावनति और बढ़ती कार्यभार को देखते हुए इस भर्ती से स्टाफिंग की खामी को दूर करने की अपेक्षा है।

भर्ती प्रक्रिया और तैयारी के टिप्स

भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से IBPS द्वारा आयोजित ऑनलाइन परीक्षा के रूप में होगी। इच्छुक उम्मीदवारों को पहले IBPS की आधिकारिक वेबसाइट पर पंजीकरण करना होगा, जहाँ वे अपना प्रोफ़ाइल बनाकर आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करेंगे। परीक्षा दो चरणों में हो सकती है: लिखित परीक्षा (ऑनलाइन) और उसके बाद साक्षात्कार/प्रैक्टिकल, जो पद की प्रकृति पर निर्भर करेगा।

इंटरव्यू की तैयारी के लिये बैंकिंग परीक्षाओं में पूछे जाने वाले सामान्य विषयों – जैसे सामान्य बुद्धि, अंकगणित, अंग्रेजी और सरकारी मामलों की समझ – पर द़ृष्टि देनी चाहिए। साथ ही, सहकारी बैंकों के कामकाज, कृषि नीतियों और ग्रामीण विकास कार्यक्रमों की मूल बातें जानना फायदेमंद रहेगा, क्योंकि ये इंटरव्यू में अक्सर पूछे जाते हैं।

आवेदन करने वाले को यह भी याद रखना चाहिए कि सभी संस्थानों को अपना खाली पदों का विवरण आधिकारिक रूप से जमा करना अनिवार्य है, जिससे दस्तावेज़ीकरण और पारदर्शिता बनी रहे। इस चरण में कोई भी गलती या अपूर्ण जानकारी चयन प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है। इसलिए, दस्तावेज़ों को सावधानीपूर्वक तैयार करके समय सीमा से पहले जमा करना ज़रूरी है।

भर्ती के लिये निर्धारित समय सीमा अभी जारी नहीं हुई है, लेकिन उम्मीद है कि यह अगले महीने के भीतर घोषित की जाएगी। इस अवसर को पकड़ने के लिये अभ्यर्थियों को अपने अध्ययन शेड्यूल में IBPS परीक्षा की तैयारी को शामिल करना चाहिए, क्योंकि दोनों प्रक्रियाओं में प्रश्न पैटर्न और परीक्षा शैली में बहुत समानता है।

भर्ती का लक्ष्य न केवल रोजगार प्रदान करना है, बल्कि राज्य के ग्रामीण आर्थिक ढाँचे को सुदृढ़ बनाना भी है। जब नई प्रतिभा इन सहकारी संस्थाओं में प्रवेश करेगी, तो बैंकिंग सेवाओं की पहुँच, कृषि ऋण प्रक्रिया और वित्तीय समावेशन में सुधार की संभावना बढ़ेगी। इस प्रकार, यह योजना युवाओं के लिये एक सुनहरा अवसर और राज्य के विकास के लिये एक महत्त्वपूर्ण कदम दोनों की पहचान रखती है।

Rakesh Kundu

Rakesh Kundu

मैं एक समाचार संवाददाता हूं जो दैनिक समाचार के बारे में लिखता है, विशेषकर भारतीय राजनीति, सामाजिक मुद्दे और आर्थिक विकास पर। मेरा मानना है कि सूचना की ताकत लोगों को सशक्त कर सकती है।