आतंकवाद: क्या है, कैसे पहचानें और तुरंत क्या करें
आतंकवाद किसी एक घटना का नाम नहीं, बल्कि हिंसा या डर फैलाने की सोच और कार्रवाई है जो राजनीतिक, धार्मिक या निजी मकसद से की जाती है। अक्सर इसका लक्ष्य आम लोगों में भय फैलाना, सरकारों को दबाना या समाज में मतभेद बढ़ाना होता है। समझना जरुरी है कि आतंकवादी हर जगह अलग दिख सकते हैं — वे संगठित समूह हों, अकेले व्यक्ति हों या ऑनलाइन रैडिकलाइजेशन के जरिये तैयार किए गए लोग।
आतंकवाद के स्पष्ट चेतावनी संकेत
किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखना आपकी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। कुछ साफ संकेत ये हो सकते हैं:
- बेहद असामान्य भावनात्मक बदलाव या अचानक हिंसक बोलचाल।
- अत्यधिक हथियारों, विस्फोटक सामग्री या असामान्य मात्रा में ईंधन/रसायन की खरीद।
- रहस्य रखने की आदत, लगातार अजीब समय पर मिलने-जुलने की कोशिशें।
- ऑनलाइन चरमपंथी सामग्री साझा करना या किसी हिंसक विचारधारा को बढ़ावा देना।
- भविष्य की हिंसक घटना की तैयारी जैसे नक्शे, टार्गेट लिस्ट या जगहों का निरीक्षण।
इनमें से कोई भी संकेत दिखे तो नज़रअंदाज़ न करें। छोटे संकेत भी बड़ी घटना से पहले दिखते हैं।
फौरन करने योग्य व्यवहारिक कदम
अगर आप किसी गतिविधि को संदिग्ध पाते हैं तो शांत रहें और योजनाबद्ध तरीके से काम करें। तुरंत करो:
- खतरनाक जगह से हटें — खुद को और दूसरों को सुरक्षित दूरी पर रखें।
- आसपास के लोगों को सावधान करें और मदद के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों को बताएं।
- स्थानीय आपातकालीन नंबर 112 (या मौजूद पुराने 100) पर फोन करें — साफ जानकारी दें: स्थान, क्या देखा, कितने लोग शामिल थे।
- अगर संभव हो तो घटना की तस्वीरें/वीडियो सुरक्षित तरीके से लें, लेकिन खुद को जोखिम में न डालें।
- राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) या राज्य पुलिस की वेबसाइट/हेल्पलाइन पर रिपोर्ट करें अगर मामला आतंकवाद से जुड़ा लगता है।
रिपोर्ट करते समय तथ्य ही बताएं — अनुमान या अफवाह नहीं। आपकी सटीक जानकारी जांच में मदद कर सकती है।
क्या न करें: अफवाह फैलाना, सोशल मीडिया पर बिना सुनिश्चित किए जानकारी शेयर करना, और खुद साक्ष्य छेड़छाड़ करना। ऐसा करने से जांच प्रभावित हो सकती है और खतरा बढ़ सकता है।
शहरों और समुदायों में जागरूकता बढ़ाकर हम छोटी-छोटी चेतावनियों को गंभीर समस्या बनने से रोक सकते हैं। अगर आप किसी व्यक्तिगत या ऑनलाइन खतरे का सामना कर रहे हैं तो पहले अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें, फिर आधिकारिक चैनलों पर तुरंत रिपोर्ट करें।
आखिर में — सतर्क रहना मतलब डरकर नहीं, समझदारी से कदम उठाना। आसपास की असामान्य चीजों पर ध्यान दें, किसी भी संदेह की सूचना दें और अपने परिवार व मित्रों को भी ये सरल नियम बताएं। यह छोटी कोशिश किसी बड़ी घटना को रोक सकती है।
14 मई 2025
Rakesh Kundu
प्रधानमंत्री मोदी ने आदमपुर एयरबेस पर सैनिकों का उत्साह बढ़ाया और आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत नीति पर जोर दिया। उन्होंने पाकिस्तान की S-400 व्यवस्था को लेकर झूठी खबरों का खंडन किया और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जिक्र किया।
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