पेटेंट क्या है और आपको क्यों ध्यान देना चाहिए
पेटेंट एक कानूनी अधिकार है जो आपको आपकी नई खोज पर असाधारण नियंत्रण देता है। यानी आपकी नई मशीन, प्रक्रिया या ईजाद पर सिर्फ आप (या आपकी कंपनी) कुछ सालों तक अधिकार रखते हैं। दूसरों को उस खोज का वाणिज्यिक लाभ उठाने से रोकना हो तो पेटेंट काम आता है।
क्या आपने कभी सोचा कि आपकी आईडिया को कैसे सुरक्षित रखा जाए? पेटेंट यही काम करता है — आपकी मेहनत और निवेश को कानूनी सुरक्षा देता है।
भारत में पेटेंट के बेसिक नियम
भारत में पेटेंट सामान्यतः 20 साल के लिए मिलता है (फाइलिंग तारीख से)। पेटेंट मिलने के लिए आपकी खोज में तीन चीज़ें चाहिए: नयापन (novelty), अविष्कारक कदम (inventive step) और औद्योगिक उपयोगिता (industrial applicability)।
कदम छोटा-सा है पर प्रक्रिया समय ले सकती है: पहले सर्च कीजिए कि आपकी खोज पहले से प्रकाशित तो नहीं है, फिर फाइलिंग—प्रोविजनल या पूरा पेंटेंट आवेदन, पब्लिकेशन, अनुरोध पर परीक्षा और अंतिम तौर पर ग्रांट।
स्टेप-बाय-स्टेप: पेटेंट कैसे फाइल करें (आसान भाषा में)
1) आइडिया रिकॉर्ड रखें: तारीख, मेल, प्रोटोटाइप और नोट्स संभाल कर रखें। ये बाद में प्रूफ में काम आते हैं।
2) सर्च करें: Indian Patent Advanced Search System (InPASS) और Google Patents पर मिलती-जुलती पेटेंट देख लें। इससे पता चलेगा कि आपका आईडिया नया है या नहीं।
3) प्रोविजनल बनाम पूरा आवेदन: अगर आईडिया पूरा नहीं है तो प्रोविजनल फाइल करें—यह प्राथमिकता तारीख सुरक्षित करता है। 12 महीने के भीतर पूरा (complete) आवेदन दे सकते हैं।
4) फाइलिंग और पब्लिकेशन: आवेदन आमतौर पर 18 महीनों में पब्लिश होता है। पब्लिश होने के बाद कोई भी आपत्ति कर सकता है।
5) अनुरोध पर परीक्षा (Request for Examination): भारत में आप जांच के लिए अलग से अनुरोध करना होता है। इसे फाइल करने की अंतिम सीमा आमतौर पर 48 महीने रहती है। परीक्षा के बाद ऑफिसर रिपोर्ट भेजता है, जिस पर जवाब देकर आप अगले कदम पर पहुंचते हैं।
6) ग्रांट और मेंटेनेंस: अगर सब ठीक रहा तो पेटेंट ग्रांंट हो जाएगा। ग्रांट के बाद सालाना रीन्यूअल फीस देती रहती हैं ताकि पेटेंट प्रभावी रहे।
टिप्स जो काम आएँगे: किसी भरोसेमंद पेटेंट एडवोकर/एजेंट से सलाह लें, पब्लिकली आईडिया शेयर न करें बिना NDA के, सटीक और क्लियर दावे (claims) लिखवाएँ।
आम गलतियाँ जिनसे बचें: पहले ही सबकुछ सार्वजनिक कर देना, खराब दावों की भाषा, सर्च न करना और समय पर अनुरोध न भेजना। ये छोटी गलतियाँ बड़े नुकसान कर सकती हैं।
अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा चाहिए तो Paris Convention के तहत 12 महीने के भीतर दूसरे देशों में फाइल कर सकते हैं या PCT रूट से अंतरराष्ट्रीय चरण ले सकते हैं।
अगर आप स्टार्टअप या अकेले आविष्कारक हैं तो सरकारी फीस और सुविधाओं की छूट मिल सकती है—जांच कर लें।
पेटेंट लेना थोड़ा पेचीदा हो सकता है, पर सही तैयारी और सलाह के साथ यह आपका सबसे बड़ा बौद्धिक संपदा (IP) असेट बन सकता है। क्या आप अपनी खोज पर पेटेंट लेने का सोच रहे हैं? छोटे-छोटे सवालों के साथ आगे बढ़िए, और जरूरत पड़े तो पेशेवर मदद लीजिए।
23 मई 2024
Rakesh Kundu
गूगल डूडल ने 23 मई, 1829 को एकॉर्डियन के पेटेंट की वर्षगांठ का जश्न मनाया। इस वाद्ययंत्र के आविष्कारक सिरिल डेमियन ने इसे और अधिक पोर्टेबल और बहुमुखी बना दिया था। यह वाद्ययंत्र, जो प्राचीन चीन के शेंग से प्रेरित था, यूरोप में संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया।
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