ऑस्ट्रेलिया महिला टीम ने टॉस जीतकर 412 रन बनाकर भारत को 3rd ODI में हराया
21 सितंबर 2025 17 टिप्पणि Rakesh Kundu

ऑस्ट्रेलिया महिला टीम की विस्फोटक पारी

तिसरे और निर्णायक ओडीआई में टॉस जीतकर Australia Women ने पहला मौका चुना। 47.5 ओवर में 412 रन का जबरदस्त लक्ष्य बनाना इस सीजन की सबसे बड़ी टीम स्कोर में से एक रहा। शुरुआती जोड़ी जॉर्जिया वोल और एलिसा हेले ने 43 रनों का स्थिर शुरुआत दी, फिर वोल ने एलिस पेर्री के साथ 107 रन का दूसरा विकेट साझेदारी जोड़ी। पेर्री और बेथ मुनि ने क्रमशः गति बढ़ाते हुए 9 रनों का छोटा लेकिन महत्वपूर्ण तिसरा विकेट साझेदारी किया। मुनि ने 140 से अधिक रन बनाकर टीम को मार्गदर्शन किया, लेकिन दूसरे रन लेने की कोशिश में उन्हें स्टंप के पास उलझन में धकेल दिया गया और वह रन आउट हो गईं।

ऑस्ट्रेलिया की इस पारी में दो-तीन शट्टी-फोर्जिंग ब्लास्ट दिखे, जहाँ हर बैट्समैन ने तेज़ गति से खुद को साबित किया। एलीस पेर्री ने अपने अनुभव से टीम को वॉल्यूम दिया, जबकि मध्य क्रम में निकोलस बेनेट की देर से स्ट्राइक ने स्कोर बोर्ड को चमका दिया। कुल मिलाकर टीम ने आक्रमणात्मक खेल दिखाते हुए सभी सीमाओं को धक्का दिया।

भारत महिला टीम का संघर्षपूर्ण जवाब

भारत महिला टीम का संघर्षपूर्ण जवाब

विपरीत पारी में भारत ने 47 ओवर में 369 रन बनाकर अपने लक्ष्यों के करीब पहुंचा। इस पारी की शान स्मृति मंदाना रही, जिन्होंने 50 गेंदों में शतक बनाया – यह महिला ओडीआई में दूसरा तेज़तम शतक था। मंदाना का यह शतक उनका 13वां ओडीआई शतक बन गया, जो उनके निरंतर फ़ॉर्म का सबूत है। उनके साथ डीप्टी शर्मा ने 42 गेंदों पर 50 रन बनाकर टीम को स्थिर किया, जिसमें चार चौके और एक छह शामिल थे।

भारत ने कई महत्वपूर्ण साझेदारियाँ बनाई, खासकर आठवें विकेट के लिए स्नैह राणा और डीप्टी शर्मा ने 39 गेंदों में 50 रन जोड़े। इस साझेदारी ने भारत को बड़े लक्ष्य के करीब लाने में मदद की। अन्य बैट्समैन जैसे श्वेता शर्मा और मीरा जैन ने भी तेज़ गति से रन बनाए, जिससे भारत का स्कोर 369 पर पहुँच गया। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया की विशाल लक्ष्य के सामने भारत को 43 रन से पीछे रहना पड़ा।

गेंदबाज़ी की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया की दार्सी ब्राउन ने तीन विकेट लेकर टीम को झटके में डाला। एश गार्डनर ने दो महत्वपूर्ण विकेट ले कर समर्थन दिया, जबकि मेगन शट, एन्नाबेल सथरलैंड और तेलिया मैग्रेथ ने प्रत्येक ने एक‑एक विकेट हासिल किया। भारत की गेंदबाज़ी में रेणुका सिंह ठाकुर, क्रांति गौड़, स्नैह राणा, अरुंधति रेड्डी, राधा यादव और डीप्टी शर्मा ने मिलकर आठ विकेट लिए, जिससे वे भी आक्रमणात्मक खेल दिखा पाए।

सीरीज़ का अंत इस जीत से हुआ, जहाँ ऑस्ट्रेलिया ने 2-1 से सीरीज़ जीती। बेथ मुनि को श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया, उनके निरंतर प्रदर्शन और अटूट स्थिरता के कारण। यह सीरीज़ दोनों टीमों के लिए विश्व कप के पहले महत्त्वपूर्ण परीक्षा का काम कर रही थी, जहाँ उच्च दबाव वाले परिदृश्य ने खिलाड़ियों को वास्तविक प्रतियोगिता की तैयारी करवाई।

Rakesh Kundu

Rakesh Kundu

मैं एक समाचार संवाददाता हूं जो दैनिक समाचार के बारे में लिखता है, विशेषकर भारतीय राजनीति, सामाजिक मुद्दे और आर्थिक विकास पर। मेरा मानना है कि सूचना की ताकत लोगों को सशक्त कर सकती है।

17 टिप्पणि

Meenal Khanchandani

Meenal Khanchandani

सितंबर 21, 2025 AT 19:14

खेल में जीत तो महत्त्वपूर्ण है, परंतु खिलाड़ियों को हमेशा खेल भावना बनाए रखनी चाहिए।

Anurag Kumar

Anurag Kumar

सितंबर 25, 2025 AT 23:14

ऑस्ट्रेलिया की 412 रन की पारी वाकई में विस्फोटक थी। भारत की पारी भी कम नहीं थी, 369 रन बनाकर उन्होंने लड़ाई का दिल लगा दिया। इस तरह की टीम इन्स्टॉलशन्स से दोनों पक्षों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अनुभव मिलता है। अगली मैच में गेंदबाज़ी विभाग को विशेष ध्यान देना चाहिए, खासकर सीमाओं को नियंत्रित करने में। कुल मिलाकर, दोनों टीमों की रणनीति देखने लायक थी।

Prashant Jain

Prashant Jain

सितंबर 30, 2025 AT 03:14

क्या लज्जा नहीं कि ऐसे बड़े स्कोर के सामने भारत को फिर भी पीछे रह गया? यह तो बिल्कुल त्रासदी जैसा है!

DN Kiri (Gajen) Phangcho

DN Kiri (Gajen) Phangcho

अक्तूबर 4, 2025 AT 07:14

सबको बधाई जो भी इस मैच में भाग लिया। ऑस्ट्रेलिया की पारी ने दिखा दिया कि कैसे आक्रमण करते हुए भी एकजुट रहना चाहिए। भारत की टीम ने भी लड़ने की हिम्मत नहीं छोड़ी, उनके धीरज की सराहना करनी चाहिए। इस सीज़न में आगे और भी बेहतरीन खेल देखने को मिलेंगे।

Yash Kumar

Yash Kumar

अक्तूबर 8, 2025 AT 11:14

वास्तव में, स्कोर का अभाव नहीं, बल्कि रणनीति में कमी थी। अगर भारत ने शुरुआती ओवर में दबाव बनाया होता तो परिणाम अलग हो सकता था। यही बात अक्सर बड़े टूर्नामेंट में देखी जाती है।

Aishwarya R

Aishwarya R

अक्तूबर 12, 2025 AT 15:14

आपको शायद नहीं पता, लेकिन बेथ मुनि ने इस सीरीज़ में कुल 3 हाफ-सेंचरी बनाई थीं, जो उनकी निरंतरता को दर्शाता है।

Vaidehi Sharma

Vaidehi Sharma

अक्तूबर 16, 2025 AT 19:14

वाह! क्या पिच थी, बॉलर की लेग स्पिन देख कर तो दिल खुशी से झूम उठा 😊

Jenisha Patel

Jenisha Patel

अक्तूबर 20, 2025 AT 23:14

अवधि के अंत में, यह स्पष्ट है कि दोनों टीमों ने अपनी-अपनी क्षमताओं को पूरी तरह प्रदर्शित किया; विशेषकर बल्लेबाज़ी विभाग ने जबरदस्त रनों का जमा-खाता किया; जबकि गेंदबाज़ी में भी उल्लेखनीय प्रगति देखी गई।

Ria Dewan

Ria Dewan

अक्तूबर 25, 2025 AT 03:14

ओह, 412 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया ने हमें बताया कि क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, बल्कि हाई स्कोर का जश्न है।

rishabh agarwal

rishabh agarwal

अक्तूबर 29, 2025 AT 06:14

खेल की सच्चाई यह है कि जीत या हार से ज्यादा महत्वपूर्ण अनुभव है; यही वह सबक है जो खिलाड़ियों को भविष्य में परिपक्व बनाता है।

Apurva Pandya

Apurva Pandya

नवंबर 2, 2025 AT 10:14

सोचना चाहिए कि ऐसी बड़ी जीत में भी खेल की भावना और सम्मान को नहीं भूलना चाहिए 😊

Nishtha Sood

Nishtha Sood

नवंबर 6, 2025 AT 14:14

इस सीरीज ने हमें दिखाया कि लगातार मेहनत से कभी हार नहीं होती, और अगली बार भारत भी जीत का जश्न मनाएगा।

Hiren Patel

Hiren Patel

नवंबर 10, 2025 AT 18:14

ऑस्ट्रेलिया की पारी में वह ऊर्जा देख कर दिल ही धड़क उठा कि कैसे बॉल हर बार एक नया जादू बनती है। पहले ओवर में ही उन्होंने काउंटर-आक्रमण कर दिया, जिससे गेंदबाज़ों को सहनशीलता दिखानी पड़ी। जॉर्जिया वोल की शुरुआती साझेदारी ने मंच को गरम कर दिया, जैसे कि किसी उत्सव की शुरुआत। एलीस पेर्री का अनुभवी हाथ ऐसा था जैसे कलाकार ब्रश से रंग बिखेरता है। मध्य क्रम में निकोलस बेनेट की चतुर स्ट्राइक ने स्कोर बोर्ड को चमका दिया, जैसे तारे रात के आकाश में चमकते हैं। बेथ मुनि का स्टेडियम पर पूँछी खड़ा करने वाला प्रदर्शन हर बार दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। रन बनाते समय उनके फुटवर्क की लहरें समुद्र की लहरों जैसी थीं, निरंतर और शक्ति से भरपूर। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने तेजी से रफ़्तार बढ़ाते हुए विपक्षी फील्डिंग को चकित कर दिया। हर शॉट में उन्होंने नयी तकनीक जोड़ी, जिससे गेंद के साथ तालमेल बिखरता गया। इस मिश्रण में रचनात्मकता और साहस दोनों देखे गए, जिसने उन्हें एक अनोखा मुकाम हासिल करवाया। दूसरी ओर, भारत की टीम के स्मृति मंदाना ने भी शान से शतक बनाकर सबको चौंका दिया। उनके तेज़ी से चलने वाले बाउंड्रीज ने गेंद को भीड़ में खो दिया। यह दर्शाता है कि महिलाएँ भी इस खेल में लायक सम्मान पाती हैं। अंत में, इस मैच ने यह साबित कर दिया कि क्रिकेट में रोमांच, तकनीक और भावना सभी का संगम है। भविष्य में हमें और भी ऐसी रोचक पारी देखने को मिलेंगी, यही आशा है।

Heena Shaikh

Heena Shaikh

नवंबर 14, 2025 AT 22:14

विचार करो, जीत केवल अंक नहीं, बल्कि आत्मा की जीत है।

Chandra Soni

Chandra Soni

नवंबर 19, 2025 AT 02:14

चलो टीम, इस इन्फ़ॉर्मेटिक मेट्रिक को तोड़ें, स्ट्राइक रेट को क्वालिफ़ाई करें और डिफ़ेंस को एन्हांस करें-स्ट्रैटेजी को अपग्रेड करो!

Kanhaiya Singh

Kanhaiya Singh

नवंबर 23, 2025 AT 06:14

इस सीरीज़ के विश्लेषण से स्पष्ट है कि दोनों पक्षों ने खेल की नैतिकता एवं तकनीकी कौशल में संतुलन स्थापित किया।

prabin khadgi

prabin khadgi

नवंबर 27, 2025 AT 10:14

उपरोक्त विवरणों को देखते हुए, यह अनिवार्य प्रकट होता है कि भविष्य में प्रतिस्पर्धात्मक श्रेष्ठता प्राप्त करने हेतु रणनीतिक नियोजन एवं सटीक डेटा विश्लेषण को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

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