तमिलनाडु में भारी बारिश की चेतावनी
तमिलनाडु के चेन्नई सहित आसपास के जिलों में भारी बारिश के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है। भारत मौसम विभाग (IMD) ने इन क्षेत्रों में भारी वर्षा की संभावना को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। राज्य सरकार ने इसके मद्देनजर चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और चेंगलपट्टू जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद रखने का निर्णय लिया है।
आवश्यक कदम और तैयारियां
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने आईटी कंपनियों को सलाह दी है कि वे 18 अक्टूबर तक कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा प्रदान करें। चेन्नई नगर निगम के कमिश्नर ने बताया कि 990 पंप और 57 ट्रैक्टर पंप सेट्स के साथ तैयार स्थिति में हैं, इनमें 36 मोटरबोट्स और अन्य जरूरी सामग्रियां शामिल हैं।
उपमुख्यमंत्री उदयनीति स्टालिन ने नारायणपुरम झील के किनारों और अंबेडकर रोड नहरों का निरीक्षण किया ताकि तैयारियों का जायजा लिया जा सके। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में सक्रिय निम्न दबाव का क्षेत्र चक्रवात में तब्दील हो सकता है और 17 अक्टूबर की सुबह चेन्नई के करीब तट पर पहुंच सकता है।
प्रभाव और राहत कार्य
मंगलवार को हुई भारी बारिश के बाद चेन्नई में व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कई क्षेत्रों में बस सेवाएं प्रभावित हुई हैं, और दक्षिण रेलवे ने चार एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इसके अलावा, NDRF और SDRF की टीमें 26 स्थानों पर तैनात हैं, जबकि राहत केंद्र 300 स्थानों पर स्थापित किए गए हैं, जो आवश्यक सेवाओं से लैस हैं।
बाढ़ की स्थिति और सरकारी निर्देश
राज्य सरकार ने प्रभावित जिलों में सरकारी कार्यालयों और सार्वजनिक क्षेत्र की संस्थानों को बंद रखने का निर्देश दिया है, जबकि आवश्यक सेवाएं चालू रहेंगी। मौसम विभाग ने चेन्नई और आसपास के जिलों के लिए 16 और 17 अक्टूबर के लिए ताज़ा रेड अलर्ट जारी किया है।
वर्तमान स्थिति और आंकड़े
15 अक्टूबर तक चेन्नई में 51 सड़कें जलमग्न हो गईं और छह सबवे बंद किए गए, जिससे छह स्थानों पर वाहन डाइवर्जन किया गया। IMD ने बताया कि 1 से 14 अक्टूबर तक तमिलनाडु में 10.52 सेमी की बारिश हुई, जो सामान्य से 68% अधिक है। चेनै में 6.5 सेमी बारिश हुई, जबकि पुदुकोट्टई जिले के गण मालय में सबसे अधिक 13.4 सेमी, तिरुवल्लूर जिले के गूम पुंडी में 10 सेमी वर्षा दर्ज की गई है।
संक्षेप में, भारी बारिश से चेन्नई और उसके आसपास के जिलों में बड़ा असर पड़ा है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। सरकार और राहत एजेंसियां तत्परता से काम कर रही हैं ताकि किसी भी आपदा से निपटा जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
एक टिप्पणी लिखें