एंडी मरे का भावुक विंबलडन विदाई: हिसाब और यादें
5 जुलाई 2024 0 टिप्पणि Rakesh Kundu

एंडी मरे का विंबलडन विदाई: टेनिस जगत को अलविदा

एंडी मरे का विंबलडन में विदाई का दिन हर एक टेनिस प्रेमी के लिए बेहद भावुक पल था। दो बार के विंबलडन चैंपियन एंडी मरे को उनके अंतिम मैच के बाद सेंटर कोर्ट पर सम्मानित किया गया। उनके इस विशेष मौके पर दुनियाभर से कई टेनिस सितारों ने मरे को श्रद्धांजलि अर्पित की। नोवाक जोकोविच, जॉन मेकनरो, मार्टिना नवरातिलोवा, लैटन ह्युइट और टिम हेनमेन प्रमुख हस्तियों में शामिल थे जिन्होंने मरे को याद किया और उनकी तारीफ की।

नेल स्कुप्सकी की श्रद्धांजलि

नेल स्कुप्सकी, जो मरे के करीबी दोस्त हैं और उनके साथ फैंटेसी फुटबॉल खेलते हैं, ने मरे के समर्पण और सकारात्मक व्यक्तित्व की तारीफ की। स्कुप्सकी ने उल्लेख किया कि मरे की कठोर परिश्रम और उनकी दृढ़ता ने उन्हें हमेशा प्रेरित किया है। इस मुश्किल यात्रा में, खासकर जब उनके शरीर ने कई बार उनका साथ नहीं दिया और सर्जरी की आवश्यकता पड़ी, तब भी मरे कभी नहीं रुके। स्कुप्सकी ने कहा कि मरे ने अपनी अंतिम विदाई विंबलडन में नहीं ली, बल्कि यह निर्णय वह अपने शर्तों पर करेंगे।

मार्क पेट्ची की सराहना

मार्क पेट्ची, जिन्होंने मरे के शुरुआती करियर में उनका मार्गदर्शन किया, ने मरे को एक सच्चे चैंपियन के रूप में सराहा। पेट्ची ने कहा कि मरे केवल एक खिलाड़ी नहीं बल्कि एक आदर्श भी हैं जिन्होंने टेनिस की दुनिया में एक महत्वपूर्ण छाप छोड़ी है। उन्होंने मरे के समर्पण और उनके खेल में योगदान की तारीफ की और कहा कि मरे का करियर एक प्रेरणा स्रोत रहेगा।

एंडी मरे की विदाई का यह समारोह केवल एक खिलाड़ी के खेल से विदाई का विषय नहीं था, बल्कि यह संघर्ष, धैर्य और असीम समर्पण की कहानी भी थी। उन सभी कठिनाइयों का सामना करते हुए, जो उन्होंने झेली थी, मरे ने न केवल अपने लिए बल्कि अनगिनत उत्साही खिलाड़ियों के लिए भी एक मिसाल कायम की है।

भविष्य की योजनाएं

हालांकि यह मरे का विंबलडन में आखिरी विदाई थी, लेकिन वह अब भी खेल की दुनिया से जुड़े रहेंगे। मरे का अगला मुकाबला एम्मा राडूकानू के साथ मिक्स्ड डबल्स में होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि मरे और राडूकानू की जोड़ी कैसा प्रदर्शन करती है। मरे के टेनिस जगत को अलविदा कहने के इस पल को हमेशा याद रखा जाएगा और यह उनके शानदार करियर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनेगा।

मरे की यह विदाई टेनिस प्रेमियों के लिए एक ऐसा पल था जिसे वे शायद ही कभी भूल पाएंगे। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि चाहे कोई भी मुश्किल क्यों न हो, कड़ी मेहनत और अटल विश्वास हमें किसी भी लक्ष्य को हासिल करने में मदद कर सकते हैं।

Rakesh Kundu

Rakesh Kundu

मैं एक समाचार संवाददाता हूं जो दैनिक समाचार के बारे में लिखता है, विशेषकर भारतीय राजनीति, सामाजिक मुद्दे और आर्थिक विकास पर। मेरा मानना है कि सूचना की ताकत लोगों को सशक्त कर सकती है।