मध्य एशियाई देश किर्गिस्तान में पिछले कुछ दिनों से विदेशी छात्रों, खासकर भारतीयों, पाकिस्तानियों और बांग्लादेशियों के खिलाफ हिंसा का माहौल है। राजधानी बिश्केक में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के हॉस्टलों पर हमलों की खबरें सामने आ रही हैं। यह स्थिति तब और बिगड़ गई जब किर्गिज और विदेशी छात्रों के बीच हुई झड़प का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें शामिल विदेशी राष्ट्रीयों के प्रति 'नरम रवैये' के आरोप लगाए गए।
इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान दोनों ने अपने छात्रों को सुरक्षा के लिए घर में रहने की सलाह दी है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दूतावास के संपर्क में रहने के महत्व पर जोर दिया, जबकि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने चिंता जताते हुए तुरंत नागरिकों को निकालने की पेशकश की।
हिंसक भीड़ ने मेडिकल यूनिवर्सिटी हॉस्टलों को बनाया निशाना
हिंसक भीड़ ने मुख्य रूप से मेडिकल यूनिवर्सिटी के हॉस्टलों को निशाना बनाया, जहां अंतरराष्ट्रीय छात्र रहते हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर हताहतों और हमलों के दावे किए गए, लेकिन अभी तक ऐसी किसी घटना की पुष्टि नहीं हुई है।
किर्गिस्तान भारतीय मेडिकल छात्रों के बीच एक लोकप्रिय गंतव्य है। यहां शिक्षा की किफायती लागत और गुणवत्ता के कारण करीब 15,000 भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त डिग्री भी इन छात्रों को यहां आकर्षित करती है।
किर्गिस्तान में भारतीय छात्रों की संख्या
वर्ष | छात्रों की संख्या |
---|---|
2019 | 12,000 |
2020 | 13,500 |
2021 | 15,000 |
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारतीय दूतावास हालात पर करीबी नजर रख रहा है और मदद के लिए हमेशा तैयार है। उन्होंने छात्रों को सुरक्षित रहने और सतर्क रहने की सलाह दी।
छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि: भारत और पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान दोनों ने इस मामले में अपने छात्रों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। दोनों देशों ने अपने नागरिकों से सतर्क रहने और दूतावास के संपर्क में रहने को कहा है।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ट्वीट किया, "हम किर्गिस्तान में पाकिस्तानी छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं। हमारा दूतावास उनके संपर्क में है और हम जरूरत पड़ने पर उन्हें तुरंत वापस लाने के लिए तैयार हैं।"
विदेशी छात्रों के साथ भेदभाव का आरोप
कुछ विदेशी छात्रों ने आरोप लगाया है कि स्थानीय प्रशासन उनके साथ भेदभाव कर रहा है और उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया नहीं करा रहा। हालांकि किर्गिस्तान के अधिकारियों ने इन आरोपों को खारिज किया है।
किर्गिस्तान के शिक्षा मंत्री बोलोटबेक कुपेशेव ने कहा, "हम सभी विदेशी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम इस मामले की जांच कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
यह घटना एक बार फिर विदेशी छात्रों की सुरक्षा के मुद्दे को उजागर करती है। भारत और पाकिस्तान सहित कई देशों ने किर्गिस्तान सरकार से अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। उम्मीद है कि स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी और छात्र अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे सकेंगे।
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