FY25 राजस्व वृद्धि: क्या चल रहा है?
FY25 में सरकार की आमदनी (राजस्व) बढ़ती दिख रही है। पर ये वृद्धि सिर्फ एक संख्या नहीं है। इससे बजट खर्च, सब्सिडी, कर कटौती और आर्थिक नीतियों पर सीधा असर पड़ता है। आप सोच रहे होंगे—यह वृद्धि क्यों हो रही है और इसका असर मेरे घर या निवेश पर क्या होगा? सीधे और व्यावहारिक तरीके से समझते हैं।
मुख्य ड्राइवर — कौन-कौन सी चीजें बढ़ा रही हैं राजस्व?
सबसे पहले GST और अप्रत्यक्ष करों का योगदान बड़ा रहा है। बढ़ती उपभोग क्षमता और बेहतर कंप्लायंस से GST संग्रह ऊपर गया है। दूसरी तरफ कस्टम और एक्साइज कलेक्शन में भी अंतरराष्ट्रीय व्यापार और तेल-कीमतों के चलते बदलाव देखने को मिला।
कॉर्पोरेट टैक्स और कॉर्पोरेट लाभ भी एक बड़ा कारण हैं—कंपनियों की बेहतर कमाई का असर सीधा राजस्व पर पड़ता है। इसके अलावा केंद्र की किसी खास बिक्री या डिवेस्टमेंट (सरकारी कंपनियों की हिस्सेदारी बेचना) से भी एक बार का बड़ा राजस्व आ सकता है।
नॉन-टैक्स रेवेन्यू जैसे RBI के ट्रांसफर, डिविडेंड और उनकी नीतियों के चलते भी सरकार की कुल आमदनी प्रभावित होती है। इसलिए यह समझना जरूरी है कि वृद्धि स्थायी है या एक बार की घटनाओं से हुई है।
यह वृद्धि आपको कैसे प्रभावित कर सकती है?
निवेशक? राजस्व बढ़ने पर सरकार का फिस्कलruimte (खर्च करने की क्षमता) बढ़ता है। इससे अवसंरचना पर निवेश, बैंकिंग क्षेत्र में क्रेडिट विस्तार और पब्लिक-प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा मिल सकता है—ये सब शेयर बाजार और IPO पर असर डालते हैं।
सामान्य परिवार? अगर सरकार खर्च बढ़ाती है तो रोजगार और लोक परियोजनाओं में फायदा हो सकता है। मगर अगर वृद्धि टैक्स-उत्थान के कारण है तो जेब पर असर दिख सकता है।
बजट और कर्ज: राजस्व बढ़ने से केंद्रीय बजट का डिफिसिट घट सकता है, यानी सरकार को कर्ज कम उठाना पड़े। इससे ब्याज दरों पर दबाव कम हो सकता है और वित्तीय माहौल स्थिर दिखेगा।
तो क्या करे? सबसे पहले यह जाँचे कि वृद्धि के पीछे स्थायी आर्थिक सुधार हैं या केवल अस्थायी कारण। नीति बदलती है—और बाजार जल्दी रिएक्ट करता है।
कहाँ नजर रखें: वित्त मंत्रालय की मासिक आमदनी रिपोर्ट, CGA (Controller General of Accounts) डेटा, GST कलेक्शन रिपोर्ट, RBI फ़ॉरेक्स और ट्रांसफर अपडेट, और कंपनियों की तिमाही रिपोर्ट। ये स्रोत आपको बताएँगे कि वृद्धि किस हद तक टिकाऊ है।
छोटी टिप्स: निवेश से पहले सरकारी खर्च और कंपनी के राजस्व रुझान एक साथ देखें; अगर दोनों सकारात्मक हैं तो यह बेहतर संकेत होता है। नीति बदलने पर तुरंत रद्द-बदल न करें—डेटा और ट्रेंड देखें।
FY25 की राजस्व कहानी अभी चल रही है। अस्थायी उछाल और आधार प्रभाव अलग पहचानिए, फिर फैसले लीजिए। हम यही खबरों और रिपोर्ट्स के साथ इस टैग पर अपडेट देते रहेंगे — इसलिए यहां बने रहें।
18 जुलाई 2024
Rakesh Kundu
इन्फोसिस ने Q1 FY25 में अपने शुद्ध लाभ में 7% की वृद्धि दर्ज की है, जिससे अनुमानों से बेहतर प्रदर्शन किया है। कंपनी ने FY25 के लिए राजस्व वृद्धि मार्गदर्शन भी बढ़ाया है, जिसके कारण इसके शेयर की कीमत में उछाल आया है। यह प्रदर्शन मुख्य रूप से बड़े सौदों और साधारण आधार प्रभाव के कारण हुआ है।
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