नागालैंड स्टेट लॉटरी: 6 रुपए की टिकट ने अबोहर की महिला को बनाया 45 हजार की विजेता
15 जुलाई 2025 0 टिप्पणि Rakesh Kundu

6 रुपए में किस्मत बदल गई: अबोहर की महिला बनी लॉटरी क्वीन

कभी-कभी छोटी सी उम्मीद बड़े सपने पूरे कर देती है। पंजाब के फाजिल्का जिले के अबोहर में ऐसा ही कुछ हुआ, जहां एक आम महिला सिर्फ 6 रुपए की लॉटरी टिकट के साथ नागालैंड स्टेट लॉटरी का बड़ा इनाम जीत गई। इस टिकट ने उनकी जिंदगी में खुशियों की नई राह खोल दी, जब ड्रा के बाद 45 हजार रुपए का इनाम उनके नाम निकला।

इस खबर के सामने आते ही इलाके में चर्चा का माहौल बन गया। लोग यह जानकर हैरान हो गए कि मामूली रकम की टिकट भी इतनी बड़ी रकम दिला सकती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि महिला का परिवार पहले से आर्थिक तंगी झेल रहा था; ऐसे में यह इनाम उनके लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है।

जीत की कहानी, उम्मीद की उड़ान

जीत की कहानी, उम्मीद की उड़ान

नागालैंड स्टेट लॉटरी कई सालों से देशभर में लोगों को छोटा निवेश कर किस्मत आजमाने का मौका देती रही है। लेकिन ज्यादातर लोग इसे किस्मत का खेल मानकर अनदेखा कर देते हैं। अबोहर की विजेता महिला ने भी लॉटरी खरीदते वक्त नहीं सोचा था कि 6 रुपए का टिकट उनके घर खुशियों की बरसात कर देगा। उन्होंने टिकट का नंबर भी यूं ही चुन लिया था, लेकिन ड्रा के बाद जब खबर मिली, तो खुशी के मारे परिवार वालों की आंखों में आंसू थे।

गांव के लोगों के मुताबिक, उनके परिवार की एक छोटी दुकान है, जिससे परिवार का गुजारा मुश्किल से चलता है। फुर्सत में टिकट खरीदना एक सामान्य शौक बन चुका था, लेकिन कभी बड़ी उम्मीदें नहीं थीं। इस इनाम की वजह से उनका भरोसा और मजबूत हो गया कि छोटी कोशिशें कभी-कभी बड़ा बदलाव ला सकती हैं। आसपास के लोग अब बढ़-चढ़कर लॉटरी टिकट खरीदने की चर्चा कर रहे हैं, लेकिन महिला विनम्रता से कहती हैं—'यह सब किस्मत का खेल है, उम्मीद हमेशा बनी रहनी चाहिए।'

विजेता महिला ने अब यह भी कहा कि वे इन पैसों को पहले अपने परिवार की जरूरतों में खर्च करेंगी और कुछ हिस्सा बचत में रखेंगी। उनके बच्चों की पढ़ाई और घर के मरम्मत जैसे खर्च अब आसान हो गए हैं। यह एक मिसाल है कि कभी-कभी छोटी से छोटी रकम भी बड़ी राहत बन सकती है।

Rakesh Kundu

Rakesh Kundu

मैं एक समाचार संवाददाता हूं जो दैनिक समाचार के बारे में लिखता है, विशेषकर भारतीय राजनीति, सामाजिक मुद्दे और आर्थिक विकास पर। मेरा मानना है कि सूचना की ताकत लोगों को सशक्त कर सकती है।