कैंसर: शुरुआती लक्षण, बचाव और कब जांच कराएं
कैंसर सुनते ही कई लोगों का मन घबरा जाता है। पर बात सीधी है: समय पर पहचान और सही कदम रखने से बहुत फर्क पड़ता है। यहां आसान भाषा में बताऊंगा कि किन संकेतों पर ध्यान दें, कौन से टेस्ट होते हैं और रोजमर्रा की आदतों से किस तरह जोखिम घटता है।
कैंसर के आम लक्षण — किन बदलावों को नज़रअंदाज़ न करें
कई तरह के कैंसर के अलग-अलग लक्षण होते हैं, लेकिन कुछ सामान्य संकेतों पर सबका ध्यान होना चाहिए: शरीर में नया गांठ या गाँठ का आकार बढ़ना, बिना वजह वजन घटना, लगातार थकान, लगातार खाँसी या आवाज में बदलाव, पाचन में बदलाव या मल/पेशाब में खून, अजीब तरह के घाव जो ठीक न हों। यदि कोई लक्षण कुछ हफ्तों तक बना रहे तो डॉक्टर से मिलना चाहिए।
याद रखें: हर गाँठ कैंसर नहीं होती, पर जांच करवा लेना बेहतर रहता है। जल्दी जांच से इलाज के विकल्प भी ज्यादा रहते हैं और परिणाम बेहतर होते हैं।
रोकथाम और सरल कदम जो आप अभी अपना सकते हैं
कैंसर का जोखिम पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता, पर घटाया जा सकता है। रोजाना धूम्रपान बंद करें — यही सबसे बड़ा कदम है। शराब की खपत कम रखें, संतुलित और सब्जियों-फलों से भरा आहार अपनाएँ, नियमित वज़न और शारीरिक गतिविधि बनाए रखें। सूर्य से बचने के लिए तेज धूप में क्रीम और टोपी का उपयोग करें ताकि त्वचा कैंसर का जोखिम घटे।
कुछ वैक्सीन्स भी मदद करती हैं: HPV वैक्सीन सर्वाइकल और कुछ मुख व गले के कैंसर से बचाती है; हेपेटाइटिस B वैक्सीन लीवर कैंसर के जोखिम को कम करती है। परिवार में यदि किसी को कैंसर रहा हो तो अपने डॉक्टर से जाँच और जेनेटिक सलाह लें।
स्क्रीनिंग टेस्ट समय पर कराना बेहद जरूरी है। महिलाओं के लिए पेप स्मीयर (PAP) और मैमोग्राफी, 50+ उम्र वालों के लिए कोलोनोस्कोपी, उच्च जोखिम पर प्रोस्टेट/पीएसए और फेफड़े की समस्या वाले धूम्रपान करने वालों के लिए कॉम्प्यूटेड टोमोग्राफी जैसे टेस्ट उपयोगी होते हैं। अपने डॉक्टर से पूछें कि आपकी उम्र और जोखिम के हिसाब से कौन-कौन से टेस्ट कब कराने चाहिए।
इलाज के विकल्प आज पहले से कहीं बेहतर हैं — सर्जरी, रेडिएशन, कीमोथेरेपी, टारगेटेड थेरेपी और इम्यूनोथेरेपी। सबसे महत्वपूर्ण बात: संदिग्ध लक्षण दिखते ही देर न करें। स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र या कैंसर स्क्रीनिंग कैंप में जांच करवा लें। छोटी देर बड़ा फर्क बना सकती है।
यदि आप चाहें तो अपने इलाके में होने वाली मुफ्त स्क्रीनिंग या जागरूकता कैंप के बारे में जानकारी मांगने में मैं मदद कर सकता/सकती हूँ। किस विषय पर और जानकारी चाहेंगे — लक्षण, वैक्सीन्स या स्क्रीनिंग शेड्यूल?
10 अगस्त 2024
Rakesh Kundu
YouTube की पूर्व CEO Susan Wojcicki का 56 वर्ष की आयु में लंबी कैंसर की लड़ाई के बाद निधन हो गया। उन्होंने फरवरी 2023 में 9 वर्षों तक CEO के रूप में सेवा देने के बाद पद छोड़ दिया था। उनके कार्यकाल में YouTube ने वैश्विक पैमाने पर जबरदस्त विकास किया था। Google की शुरुआती दिनों में भी उनका योगदान महत्वपूर्ण था। उनक निधन पर टेक्नोलॉजी जगत ने श्रृद्धांजलि दी है।
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