संसदीय चुनाव: जानिए सीधे और साफ़ बातें
संसदीय चुनाव यानी लोकसभा/विधानसभा चुनाव हर नागरिक की आवाज़ तय करते हैं। चुनाव आते हैं तो खबरें, दावे और बहस बढ़ जाती है। पर असल में आपको क्या करना चाहिए? यहाँ सीधी, उपयोगी जानकारी मिलेंगी — वोटर के तौर पर तैयार कैसे रहें, मतदान का तरीका, और रिजल्ट कहाँ देखें।
वोटर के लिए तैयारियाँ
सबसे पहले अपना नाम वोटर लिस्ट में है या नहीं, यह चेक कर लें। EPIC नंबर (वोटर कार्ड) या आधार से NVSP वेबसाइट/वोटर हेल्पलाइन ऐप पर अपना नाम खोजें। अगर नाम नहीं है तो फॉर्म-6 भरकर नाम जोड़वाया जा सकता है, पर यह समय लेता है—अतिरिक्त समय पर ध्यान दें।
मतदान के दिन जरूरी डॉक्यूमेंट साथ रखें: वोटर आइ कार्ड (EPIC), आधार या पासपोर्ट जैसी फोटो-आईडी। कलेक्शन पॉइंट और पोलिंग बूथ का पता पहले से जान लें; अक्सर आपके जिले की चुनाव अधिकारी की साइट पर बूथ की जानकारी मिल जाती है। मतदान का समय आमतौर पर सुबह से शाम तक रहता है — स्थानीय अधिसूचना चेक कर लें।
मतदान करते समय ध्यान रखें
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) और VVPAT का इस्तेमाल होता है। आप बैलेट पेपर नहीं देखते — EVM पर बटन दबाते हैं और VVPAT से आपकी वोट की पुष्टि होती है। अगर किसी वजह से मशीन काम न करे तो पोलिंग अधिकारियों को तुरंत बताएं। NOTA का विकल्प भी उपलब्ध होता है यदि आप किसी उम्मीदवार को नहीं चुनना चाहते।
मतदान केंद्र पर गाइडलाइन का पालन करें: मोबाइल फोन का उपयोग, फोटो या वीडियो सामान्यतः प्रतिबंधित होते हैं; स्वतंत्रता और दूसरों के लिए शांति बनाए रखें। बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं के लिए सहायक सुविधा उपलब्ध होती है — बूथ पर इसकी जानकारी ले लें।
चुनाव अभियान और घोषणापत्र पढ़ें — लोकसभा/विधानसभा में किसने क्या वादा किया है, यह जानना वोट देने से पहले जरूरी है। उम्मीदवारों की संपत्ति और आपराधिक पृष्ठभूमि जैसे विवरण myneta.info पर मिलते हैं। यह वास्तविक और उपयोगी जानकारी होती है जो निर्णय सरल बनाती है।
रिजल्ट के दिन क्या करें? वोट काउंटिंग आमतौर पर आयोग द्वारा घोषित तारीख पर होता है। आधिकारिक परिणामों के लिए Election Commission of India की वेबसाइट या राज्य CEO का पेज देखें। टीवी न्यूज और भरोसेमंद ऑनलाइन पोर्टल्स रियल-टाइम अपडेट देते हैं, पर अंतिम और आधिकारिक आंकड़े आयोग से ही माने जाते हैं।
चुनाव के बाद भी आपका काम खत्म नहीं होता। चुनी गई पार्टी या प्रतिनिधि के वादों पर नजर रखें, लोकल बैठकों में हिस्सा लें, और यदि वादे पूरे न हों तो याचिकाओं या जनहित अपीलों के जरिए आवाज उठाएं। लोकतंत्र सिर्फ वोट देने का नाम नहीं — लगातार निगरानी और भागीदारी भी जरूरी है।
यदि आप इस टैग पेज पर आए हैं तो हम इसी तरह की चुनावी खबरें और अपडेट यहाँ प्रकाशित करते रहते हैं। वोट देने के दिन तैयार रहें, सटीक जानकारी पर भरोसा करें और अपने अधिकार का प्रयोग जरूर करें।
8 जुलाई 2024
Rakesh Kundu
फ्रांस में हुए संसदीय चुनाव में बाएँ पंथी गठबंधन ने अप्रत्याशित जीत दर्ज की है। जीन-लूक मेलेंशों के नेतृत्व वाली इस गठबंधन ने राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के केंद्रीय गठबंधन और मरीन ले पेन की दक्षिणपंथी नेशनल रैली को पीछे छोड़ दिया है। यह परिणाम देश को राजनीतिक और आर्थिक अनिश्चितता में डाल सकता है।
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