Crowdstrike अपडेट से हुआ दुनियाभर में विंडोज यूजर्स को ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ का सामना
20 जुलाई 2024 5 टिप्पणि Rakesh Kundu

क्राउडस्ट्राइक अपडेट से हुआ ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ

शुक्रवार को दुनियाभर में भारी संख्या में विंडोज यूजर्स को ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (BSOD) का सामना करना पड़ा, जिसे तकनीकी भाषा में 'ब्लू स्क्रीन' भी कहा जाता है। यह त्रुटि स्क्रीन सिस्टम को अस्थायी रूप से फ्रीज कर देती है और यूजर को कोई भी काम करने से रोक देती है। अक्सर यह समस्या सॉफ्टवेयर में आने वाली किसी गंभीर गलती के कारण होती है।

प्रारंभिक अनुमानों के विपरीत, यह समस्या माइक्रोसॉफ्ट द्वारा नहीं, बल्कि अमेरिकी साइबर सुरक्षा कंपनी क्राउडस्ट्राइक द्वारा जारी की गई एक हालिया अपडेट के कारण उत्पन्न हुई थी। इस अद्यतन में एक दोषपूर्ण फाइल शामिल थी, जिसने विंडोज सिस्टम को ब्लू स्क्रीन पर ला खड़ा किया।

माइक्रोसॉफ्ट और क्राउडस्ट्राइक ने दी जानकारी

माइक्रोसॉफ्ट ने इस मुद्दे की पुष्टि करते हुए कहा कि यह समस्या एक तीसरे पक्ष के सॉफ्टवेयर प्लेटफ़ॉर्म द्वारा की गई अद्यतन के कारण हुई थी। क्राउडस्ट्राइक के अध्यक्ष और सीईओ जॉर्ज कर्ट्ज ने बताया कि कंपनी इस समस्या को सुलझाने के लिए प्रभावित ग्राहकों के साथ सक्रिय रूप से काम कर रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह कोई सुरक्षा घटना या साइबर अटैक नहीं है।

कंपनी ने बताया कि इस समस्या को सुलझाने के लिए यूजर्स को सिस्टम को सेफ मोड में रीबूट करके, क्राउडस्ट्राइक फाइल फोल्डर में जाकर, फाइल को हटाना होगा जिसका संख्यात्मक अंत 291 से होता है, और फिर सिस्टम को पुनः शुरू करना होगा। इसके अलावा, यूजर्स अपने सिस्टम को पिछली स्थिति में पुनः स्थापित करने के लिए 'पॉइंट-इन-टाइम रिस्टोर' फीचर का भी उपयोग कर सकते हैं।

एयरपोर्ट्स पर भी पड़ा असर

एयरपोर्ट्स पर भी पड़ा असर

इस आउटेज का गंभीर असर एयरपोर्ट्स पर देखने को मिला। खासतौर पर मुंबई और दिल्ली के एयरपोर्ट्स पर एयरलाइंस जैसे स्पाइसजेट, इंडिगो और आकासा को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यात्रियों को कई घंटे इंतजार करना पड़ा और उड़ानों में देरी हुई।

साइबर सुरक्षा के विशेषज्ञों ने इस घटना पर चिंता जताई है। PwC इंडिया के पार्टनर और लीडर - साइबर सुरक्षा, सुंदरश्वर के ने कहा कि इस प्रकार की अप्रत्याशित तकनीकी विफलताओं के चलते बिजनेस कंटिन्युटी सुनिश्चित करने के लिए मजबूत साइबर सुरक्षा उपायों की और अधिक आवश्यक होती है।

विशेषज्ञों का कहना

Quick Heal Technologies Limited के सीईओ विशाल साल्वी ने कहा कि ऐसे हालात सभी कंपनियों के लिए एक सबक हैं कि मजबूत सुरक्षा उपायों के बिना किसी भी समय बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सिस्टम्स की वक्त-वक्त पर जांच और अपडेट बेहद महत्वपूर्ण होते हैं।

इस घटना ने यह भी दिखाई दिया कि तकनीक की निर्भरता किस हद तक हमारी दैनिक गतिविधियों को प्रभावित कर सकती है। समय पर समाधान और संवेदनशीलता के साथ इसे हैंडल करना आवश्यक है।

यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

यह घटना सामने आने के बाद से सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफ़ॉर्म्स पर यूजर्स की कई प्रतिक्रियाएं मिलीं। कई यूजर्स ने अपने अनुभव साझे करते हुए बताया कि ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ के कारण उन्हें कई महत्वपूर्ण कार्यों में रुकावटें आईं। कुछ कर्मचारियों ने कंपनी के आईटी डिपार्टमेंट से मदद मांगी, जबकि अन्य ने अपने स्तर पर समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया।

कुल मिलाकर, यह घटना एक तकनीकी त्रुटि की जटिलताओं को उजागर करती है और हमें सिखाती है कि हम साइबर सुरक्षा और तकनीकी अपग्रेडेशन को कितना भी हल्के में नहीं ले सकते। हर समय सतर्कता और उपयुक्त सुरक्षा उपायों के साथ ही हम इस प्रकार की समस्याओं का प्रभावी रूप से मुकाबला कर सकते हैं।

Rakesh Kundu

Rakesh Kundu

मैं एक समाचार संवाददाता हूं जो दैनिक समाचार के बारे में लिखता है, विशेषकर भारतीय राजनीति, सामाजिक मुद्दे और आर्थिक विकास पर। मेरा मानना है कि सूचना की ताकत लोगों को सशक्त कर सकती है।

5 टिप्पणि

Krishna Saikia

Krishna Saikia

जुलाई 20, 2024 AT 07:00

देश की डिजिटल सुरक्षा को विदेशी कंपनियों के हाथों में नहीं देना चाहिए। इस अपडेट ने दिखा दिया कि जब तक हम अपने सॉफ्टवेयर को स्वदेशी नहीं बनाते, तब तक ये प्रकार की समस्याएँ दोहराएँगी। सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए और ऐसे जोखिम को कम करने के लिए नीतियों को कड़ा करना चाहिए। जनता को भी सतर्क रहना चाहिए और अनजाने में बिनजाँच अपडेट न अपनाना चाहिए। यह एक चेतावनी है, भाइयों, कि तकनीक में आत्मनिर्भरता ही हमारी असली सुरक्षा है।

Meenal Khanchandani

Meenal Khanchandani

जुलाई 20, 2024 AT 07:25

भाई, ऐसी छोटी सी गलती भी कई लोगन की मेहनत बर्बाद कर देती है। हमें हमेशा अपडेट पहले टेस्ट करना चाहिए। सावधान रहो।

Anurag Kumar

Anurag Kumar

जुलाई 20, 2024 AT 08:06

सबसे पहले, अगर आपका पीसी ब्लू स्क्रीन दिखा रहा है तो शांत रहें।
कम्प्यूटर को फोर्स शटडाउन करके रीस्टार्ट करने की कोशिश न करें।
सिस्टम को सेफ मोड में बूट करें; इसके लिये बूटिंग के दौरान F8 दबाएँ।
सेफ मोड में पहुँचते ही "C:\Program Files\CrowdStrike" फ़ोल्डर खोलें।
वहाँ आपको एक फ़ाइल मिल जाएगी जिसका नाम में 291 या उसके समान अंत होगा।
उस फ़ाइल को हटाने से अपडेट का समस्याकारी हिस्सा डिसेबल हो जाएगा।
फ़ाइल हटाने के बाद सिस्टम को सामान्य मोड में रीस्टार्ट करें।
यदि अभी भी ब्लू स्क्रीन आती है तो “पॉइंट‑इन‑टाइम रिस्टोर” का इस्तेमाल करें।
कंट्रोल पैनल में “रिस्टोर” विकल्प खोलें और पिछले स्टेबल सपोर्ट पॉइंट को चुनें।
रिस्टोर प्रोसेस पूरा होने के बाद कंप्यूटर दोबारा रिबुट होगा।
इस प्रक्रिया के दौरान किसी भी महत्वपूर्ण डेटा का बैकअप रखना न भूलें।
अगर आप कॉर्पोरेट नेटवर्क में हैं तो आईटी विभाग को तुरंत सूचित करें।
वे आपको ग्रुप पॉलिसी या वैकल्पिक इमेज से सिस्टम रीइंस्टॉल करने में मदद करेंगे।
भविष्य में ऐसी समस्या से बचने के लिए अपडेट को डिफ़ॉल्ट रूप से “ऑटो‑मैटिक” नहीं रखें।
इसके बजाय “मैन्युअल” चुनें और प्रत्येक अपडेट को टेस्ट मशीन पर चेक करें।
अंत में, यदि समस्या दोहराई जाए तो माइक्रोसॉफ्ट सपोर्ट या क्राउडस्ट्राइक की हेल्पलाइन से संपर्क करें।

Prashant Jain

Prashant Jain

जुलाई 20, 2024 AT 08:15

ऐसे कच्चे अपडेट को यूज़र को छोड़ना बिल्कुल अस्वीकार्य है, किहाँ के भरोसे की बात।

DN Kiri (Gajen) Phangcho

DN Kiri (Gajen) Phangcho

जुलाई 20, 2024 AT 08:23

भाई लोग, तनाव नहीं लेना, सब ठीक हो जाएगा। धीरे‑धीरे चरणों को फॉलो करो, और अगर फंस जाओ तो हम सब मदद करेंगे। मिलजुल कर इस समस्या को हल करेंगे।

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