जब हरमनप्रीत कौर ने भारत की महिला कबड्डी टीम (इंडिया) को आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के पहले मैच में गुवाहाटी के एसीए स्टेडियम में गुवाहाटी पर Sri Lanka Women के खिलाफ खेला, तो सबसे बड़ा मोड़ दीप्ति शर्मा और अमनजोत कौर की 103‑रन की साझेदारी ने किया। यह साझेदारी ही भारत को 59 रन से बड़े अंतर से जीत दिलाने की कुंजी बनी।
टूर्नामेंट का पृष्ठभूमि और महत्व
वर्ल्ड कप 2025 का उद्घाटन 19 अक्टूबर को हुआ और भारतीय टीम ने ग्रुप‑B में प्रारम्भिक मुकाबले तय करने के लिए तेज़ी से तैयारियां कीं। इस टूर्नामेंट में कुल 8 टीमें भाग ले रही हैं, और हर मैच को टर्निंग पॉइंट माना जाता है क्योंकि ग्रुप‑स्टेज में एक ही हार टीम को नॉक‑आउट में धकेल सकती है। भारत के कोच रवींद्र जैन ने प्रशिक्षण में विशेष रूप से मध्यक्रम की स्थिरता पर ज़्यादा ध्यान दिया, क्योंकि पिछले विश्व कप में मध्यक्रम की कमजोरी ने टीम को कई अवसरों से वंचित किया था।
मैच की शुरुआत: संकट का बहाना
पहले 27 ओवर में भारत का स्कोर सिर्फ 124/6 था। इस दौरान दो ओवरों में चार विकेट गिरने का “डबल‑कैटन” हुआ, जहाँ इनोका रनावीरा ने हरलीन देओल, जेमिमा रोड्रिग्स और फिर कप्तान हरमनप्रीत कौर को लगातार पवेलियन पर भेजा। ऋचा घोष भी केवल दो रन बना कर जल्दी आउट हो गईं। यह दृश्य ऐसा था जैसे “सातवें ऑवेर में भी गेंदबाज़ों की लकीरें धुंधली हो गई हों।” टिप्पणीकार अभिषेक सिंह ने कहा, “यदि यहाँ से रिट्रीट नहीं हुआ तो भारत शायद बिल्कुल भी लक्ष्य नहीं बना पाता।”
103‑रन की साझेदारी: दीप्ति‑अमनजोत का जादू
संकट के बाद तेज़ी से दो परिचित नाम सामने आए: दीप्ति शर्मा ने खुद को शांति से संभाला और 53 गेंदों में 53 रन बनाकर अर्धशतक पूरा किया। साथ ही, वह तीन महत्वपूर्ण विकेट भी ले गई, जो मध्यक्रम के दबाव को कम करने में मददगार सिद्ध हुई। दूसरी ओर, नवीनतम इंग्लैंड‑ऑफ़‑इंडिया टूर से लौटे अमनजोत कौर ने 56 गेंदों में 57 रन जुटाए, जिसमें पाँच चौके और एक छक्का शामिल था। यह उनका वनडे करियर का पहला अर्धशतक था, और साथ ही वह नंबर‑8 या उससे नीचे के क्रम में अर्धशतक बनाने वाली दूसरी भारतीय महिला बन गईं।
- दीप्ति ने 53 गेंदों में 53 रन और 3 विकेट (6.0 ओवर, 2.0 इकनॉमी) लिए।
- अमनजोत ने 57 रन बनाते हुए 5 चौके और 1 छक्का मारे।
- उनकी साझेदारी 103 रन की रिकॉर्ड रही, जिससे भारत का लक्ष्य 270 बन गया।
साझेदारी के दौरान दोनों ने एक-दूसरे को घुटन से बचाने की कोशिश की; दीप्ति ने कवरेज ड्राइव से गेंद को रनों में बदल दिया, जबकि अमनजोत ने रैपिड फायर से दावेदार गेंदबाज़ को उलझा दिया। इस तरह, उन्होंने अंततः भारत को 59 रन के स्पष्ट अंतर से जीत दिला दी।
खिलाड़ियों के आंकड़े और विशेषज्ञ मत
मैच के आँकड़े इस बात को उजागर करते हैं कि क्यों यह जीत सिर्फ एक ही साझेदारी के कारण नहीं थी। भारतीय गेंदबाज़ों ने कुल 6 विकेट लेकर 38 रन दिए (इकोनमी 4.33)। खासकर भव्या शर्मा ने 10 ओवर में 2 विकेट लिये, जबकि सारा जोशी ने मध्यक्रम में सिक्सिंग किलर का काम किया।
क्रिकेट विश्लेषक वसंत मिश्रा ने कहा, “दीप्ति‑अमनजोत की साझेदारी ने दिखाया कि भारत में गहरी बैटिंग टैलेंट है, खासकर जब टीम को दबाव में खींचा जाता है। यह वार्तालाप हमें याद दिलाता है कि 2024 के एएनसी वर्ल्ड कप में भी हमने इसी तरह की लचीलापन देखा था, पर इस बार युवा ऊर्जा ने बड़ाबड़ी लहर बना दी।”
भविष्य की राह: अगला मैच और टाइटल रेस
अब भारत का अगला सामना ऑस्ट्रेलिया (31 अक्टूबर) से है, जो लीग में सबसे फॉर्म में रहने वाली टीमों में गिनी जाती है। कोच जैन का कहना है कि “हम कर रहे हैं वो ही नहीं, बल्कि बेस्ट प्लेयर ऑफ द टूर के लिए अभी भी जगह बना रहे हैं।” यदि इस तरह की निरंतरता बनी रहती है, तो टीम को फाइनल में जगह बनाने की सम्भावना काफी अधिक है।
मुख्य तथ्य
- भारत ने आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के ग्रुप‑स्टेज में पहला मैच जीता।
- दीप्ति शर्मा ने 53 रन + 3 विकेट के ऑलराउंड प्रदर्शन किए।
- अमनजोत कौर ने अपना पहला वनडे अर्धशतक बनाया (57 रन)।
- साझेदारी 103 रन की रही, जो टूर्नामेंट में अब तक की सबसे बड़ी सातवें‑विकेट साझेदारी है।
- भारत ने लक्ष्य 270 निर्धारित करके श्रीलंका को 59 रन से हराया।
Frequently Asked Questions
दीप्ति शर्मा की इस जीत में क्या विशेषता थी?
दीप्ति ने अर्धशतक के साथ‑साथ 3 विकेट लिए, जिससे वह इस मैच की पहली ऑलराउंडर बनीं। उनकी इकोनमी 2.0 सिर्फ़ विकेट की गिनती नहीं, बल्कि दबाव में चलने वाली अंडर‑प्रेसर रणनीति की भी गवाही देती है।
अमनजोत कौर का पहला वनडे अर्धशतक क्यों महत्वपूर्ण है?
टॉप‑ऑर्डर में पहले से ही स्थिरता बनी हुई थी, पर निचले क्रम की बल्लेबाज़ी अक्सर टीम को गिरा देती थी। अमनजोत ने 57 रन बनाकर साबित किया कि निचला क्रम भी तेज़ स्कोरिंग कर सकता है, जिससे टीम की कुल रन‑रेट बढ़ी।
श्रीलंका की गेंदबाज़ी में कौन‑सी कमजोरी रही?
इनोका रनावीरा ने शुरुआती ओवर में तीन विकेट लिए, पर उसके बाद लाइन‑और‑लेंथ में स्थिरता नहीं बनी। मध्यक्रम में डॉट‑ओवर की कमी और तेज़ डिलिवरी के कारण भारतीय बल्लेबाज़ों को आसानी से रफ्तार मिल गई।
भारत के अगले मैच में कौन‑से चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है?
ऑस्ट्रेलिया की तेज़ पिच और कठोर फ़िल्डिंग सेट‑अप एक बड़ी चुनौती होगी। भारतीय बॉलर्स को आउटफ्लैंकिंग और मोरेल‑लेग स्पिन का संतुलन खोजते हुए, बैट्समेन को कंसिस्टेंट स्कोरिंग पर फोकस करना होगा।
कर्नाटक में इस जीत के बाद महिलाओं के क्रिकेट को कैसे लाभ मिलेगा?
इसी तरह के प्रदर्शन से युवा लड़कियों में प्रेरणा बढ़ेगी। सरकार और निजी प्रायोजकों की ओर से अधिक प्रशिक्षण सुविधाओं की मांग उठेगी, जिससे ग्राउंड‑लेवल से प्रतिभा पोषण तेज़ होगा।
5 टिप्पणि
Nathan Rodan
अक्तूबर 6, 2025 AT 00:38यह जीत हमारी महिला क्रिकेट के भविष्य की एक शानदार शुरुआती झलक है।
KABIR SETHI
अक्तूबर 16, 2025 AT 13:26इतनी बड़ी साझेदारी के बाद, किसी को नहीं पता था कि मध्यक्रम कब तक टिकेगा। टीम की रचना में कुछ प्रमुख बदलाव आवश्यक हैं, नहीं तो अगली जीत भी मुश्किल हो सकती है। पिच की स्थितियों को देखते हुए, बल्लेबाज़ी की रणनीति में लचक होना चाहिए। वहीं, बॉलिंग यूनिट को अपनी लकीरें साफ़ करनी होंगी।
rudal rajbhar
अक्तूबर 27, 2025 AT 02:14जब अभाव में विचार पैदा होते हैं, तो वही सच्ची शक्ति उभरती है। दीप्ति और अमनजोत की साझेदारी ने न केवल स्कोरबोर्ड बदला, बल्कि हमारी मानसिकता को भी पुनः स्थापित किया। ऐसी लचीलापन हमें भविष्य में भी संघर्षों का सामना करने में मदद करेगा। विरोधी टीमों को अब हमारी गहराई का अंदाज़ा नहीं होगा। इसलिए, हमें निरंतर अभ्यास पर ध्यान देना चाहिए।
tanay bole
नवंबर 6, 2025 AT 15:02सही कहा, टीम का संतुलन बनाये रखना अति आवश्यक है। बॉलिंग और बैटिंग दोनों में निरंतरता ही जीत की कुंजी होगी।
Chinmay Bhoot
नवंबर 17, 2025 AT 03:50क्या यह केवल भाग्य है कि उन्होंने वही कर दिखाया, या हमारी तैयारी में खामियां हैं? अक्सर ऐसी चमकदार जीतें हमें आड़ में बैठी समस्याओं को नजरअंदाज करने को मजबूर करती हैं। आगे की मैचों में अगर यही लापरवाही जारी रही, तो हार तय है।