धोखाधड़ी के पीछे की योजना
संबल में जावेद हाबिब, भारत के सबसे लोकप्रिय हेर स्टाइलिस्ट, और उनके बेटे अनास ने 2023 में अपने फ़ोलिक्ल ग्लोबल कंपनी (FLC) के तहत एक बड़े पैमाने पर क्रिप्टो स्कैम चलाया। उन्होंने रॉयल पैलेस बैंकेट हॉल, सारायत्रीण में 100 से अधिक संभावित निवेशकों को बुलाकर, बिटकॉइन और बिनेंस कॉइन में निवेश पर एक साल में 50‑75% रिटर्न का वादा किया। हाबिब की पहचान और लोकप्रियता का प्रयोग करके उन्होंने भरोसा जीत लिया, जिससे कई लोग बड़े पैमाने पर पैसे जमा करवा बैठे।
इवेंट में प्रस्तुतकर्ता ने निवेशकों को कंपनी के खाता में फंड ट्रांसफर करने के लिए प्रेरित किया। बाद में पता चला कि जमा की गई राशि एक व्यक्ति, सैफ़ुल, के व्यक्तिगत खाते में चली गई, जो खुद को फ़ोलिक्ल ग्लोबल का निदेशक बताता था। इस माहौल में निवेशकों ने बिना किसी लाइसेंस या नियामक मान्यता की जाँच के, लाखों रुपये हस्तांतरित कर दिए।
- भुगतान किए गए फंड: लगभग 2‑3 करोड़ रुपये
- जाने‑पहचाने चेहरों का इस्तेमाल: जावेद हाबिब का नाम‑छवि
- उपलब्ध रिटर्न का वादा: 50‑75% वार्षिक
- शिकायत करने वाले प्रमुख निवेशक: मोहम्मद हिलाल, रेहान, अमन, माइजिद हुसैन, मोहम्मद नैम
जब निवेशकों ने रिटर्न की माँग की, तो कंपनी ने अचानक सभी ऑपरेशन्स बंद कर दिए और संबंधित सभी लोग गायब हो गये। कई पीड़ितों ने रैसत्ति पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, जिससे केस पंजीकृत हुआ।
पुलिस प्रक्रिया और आगे की चेतावनी
संबल के एसपी केके बिष्णोई ने बताया कि इस स्कैम में कम से कम 150 लोगों को धोखा दिया गया है। अतिरिक्त एसपी आलोक भती ने जांच का नेतृत्व किया और बताया कि निवेशकों को आकर्षित करने के लिए असहज वायदा और जावेद हाबिब की प्रसिद्धि का दुरुपयोग किया गया। पुलिस ने तीन सहकर्मियों के साथ पिता‑पुत्र को भी अपराध में शामिल कर फाइलिंग की है।
जाँच में सामने आया कि प्रतिबंधित वित्तीय प्लेटफ़ॉर्म और अनधिकृत क्रिप्टो ट्रेडिंग स्कीमों को लेकर निवेशकों की जागरूकता की कमी ही इस तरह के धोखाधड़ी को बढ़ावा देती है। अब अधिकारियों ने सभी निवेशकों को सलाह दी है कि वे किसी भी निवेश से पहले कंपनी के लाइसेंस, पंजीकरण और नियामक स्थिति की जाँच कर लें।
यह केस भारत में सेलिब्रिटी‑आधारित वित्तीय धोखाधड़ी के जोखिम को उजागर करता है। जावेद हाबिब का नाम, जो पहले सिर्फ़ हेयरस्टाइल और विश्वसनीयता से जुड़ा था, अब एक बड़े वित्तीय घोटाले की छवि भी ले रहा है। पुलिस अभी भी लुप्त हो चुके आरोपी को पकड़ने और निवेशकों को उनका पैसा वापस दिलाने के लिए काम कर रही है।
20 टिप्पणि
Rana Ranjit
सितंबर 25, 2025 AT 23:31जावेद हाबिब जैसे चेहरों का भरोसा अर्जित करना आसान है, पर वित्तीय मामलों में सतर्कता की जरूरत है। लोगों को उनके सौंदर्य के पीछे की पृष्ठभूमि की जाँच नहीं करनी चाहिए, बल्कि लाइसेंस और नियामक मंजूरी देखनी चाहिए। यह केस हमें याद दिलाता है कि लोकप्रियता और भरोसे के बीच मतभेद है। आशा है कि आगे के निवेशक इस सबक को समझेंगे।
Arundhati Barman Roy
सितंबर 26, 2025 AT 09:00यह धोहअधिया (धोखाधड़ी) केवल व्यक्तिगत लाभ के लिये नहीं बल्कि समाजिक तंत्र के भरोसे को भी क्षति पहुंचा रही है। पीड़ितों को कानूनी प्रक्रिया का पालन करना चाएए और उचित दस्तावेज प्रस्तुत करना फओरसल (फ्रॉड) को रोक सकता है। सरकार को इस प्रकार की धोखेबाजियों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए। हमें इस मुद्दे को गंभीरता से लेनाऔर (और) उचित कार्रवाई करनी होगी।
yogesh jassal
सितंबर 26, 2025 AT 21:30भाई लोगो, यह जावेद हाबिब और उनके बेटे की फसल पूरी तरह से एक बड़ी क्रीप्टो घोटाला है। पहले तो उन्होंने अपने हेयरस्टाइल के शौकीन को अपना फैन बना कर भरोसा जीत लिया। फिर उन्होंने एक भव्य इवेंट की मेजबानी कर उन लोगों को आकर्षित किया जो जल्दी पैसा बनना चाहते थे। वादा किया गया था 50‑75% रिटर्न, जो सुनने में तो स्वप्न जैसा लगा, पर वास्तव में यह एक धोखा था। अलग बात तो यह है कि उन्होंने सभी को अपने अकाउंट में फंड ट्रांसफर करने को कहा, जबकि वह फंड किसी बाहरी कंपनी के नहीं बल्कि एक निजी खाते में जाता था। इसी कारण से हजारों रुपये एक रात में गायब हो गए। फिर भी लोग उस दिन के बाद भी विश्वास नहीं छोड़ पाए, क्योंकि उनका मनोविज्ञान बहुत प्रभावित हो चुका था। उनके सामने एक भरोसेमंद चेहरा था, तो सबने सोच लिया कि यह एक सुरक्षित निवेश है। लेकिन एक बात हमेशा याद रखो, जहाँ तक लाइसेंस और नियामक मान्यता नहीं है, वह सब सिर्फ़ एक बड़ा पॉलित्ज़ टिक्स्तर (प्लान) है। पुलिस ने अंत में कड़ी कार्रवाई की और कई लोगों को गिरफ्तार किया, पर पैसा वापसी का सवाल अभी भी बकाया है। यह केस दिखाता है कि सोशल मीडिया पर सेलिब्रिटी के कारण लोग अक्सर बुदबुदा (बिना सोचे) निर्णय ले लेते हैं। यदि आप इस तरह के ऑफर देखते हैं तो तुरंत डी.ई.ओ. (ड्यू डिलिजेंस) करें और प्रयोगशाला जैसी जांच करें। किसी भी रिटर्न के वादे को सुनते ही दिल ना खोलें, एक बार जाँच कर लेवें। भले ही आप हाबिब के दादियों के स्टाइल का प्रशंसक हों, पर वित्तीय सुरक्षा के मामले में आपको सर्वाधिक सतर्क रहना चाहिए। यदि आप इस अनुभव से सीखते हैं तो भविष्य में ऐसी स्कैम से बचेंगे। आख़िर में, पैसा कमाने का सही तरीका धीरज और सही जानकारी है, नहीं कि झूठे वादे और चमक धमक।
Raj Chumi
सितंबर 27, 2025 AT 04:26अरे यार, बिलकुल सही कहा! ये लोग तो फ़ैशन में ही नहीं, दिमाग़ में भी घुमा रहे हैं।
mohit singhal
सितंबर 27, 2025 AT 18:20देश के बड़े लोग ऐसे धंधे नहीं चलाते 🇮🇳! यह बकवास स्कैम हमारे भारतीय निवेशकों की शान को घटाता है। सरकार को तुरंत सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। 💪
pradeep sathe
सितंबर 27, 2025 AT 22:30भाई, आपका उद्गार बहुत प्रेरणादायक है। हमें मिल कर ऐसे प्रेतात्मा निवेशकों की मदद करनी चाहिए।
ARIJIT MANDAL
सितंबर 28, 2025 AT 08:13सारा मामला लाइसेंस की जाँच नहीं करने की गलती है, सरल तथ्य।
Bikkey Munda
सितंबर 28, 2025 AT 17:56सभी को सलाह: किसी भी निवेश से पहले कंपनी का पंजीकरण नंबर, रजिस्टर ऑफ़ कंपनिज़ और SEBI की मंज़ूरी चेक करें। यह छोटा कदम बड़े नुकसान से बचा सकता है।
akash anand
सितंबर 28, 2025 AT 22:06इस घोटाले में निवेशकों ने बहुत बडो (बड़ा) जोखिम उठाया था, इसलिए भविष्य में सभी को सावधान रहना चाहिए।
BALAJI G
सितंबर 29, 2025 AT 09:13धन का लालच अक्सर नैतिक पतन की ओर ले जाता है, इस घटना एक स्पष्ट उदाहरण है।
Manoj Sekhani
सितंबर 29, 2025 AT 16:10उफ़, ये सब तो बहुत आम चलन बन गया है, जनता को जागरूक करने की जरूरत है।
Tuto Win10
सितंबर 29, 2025 AT 20:20क्या बात है!!! इस स्कैम ने तो सभ्य समाज को हिला कर रख दिया!!! हमें तुरंत जागरूकता वाहन चलाना चाहिए!!!
Kiran Singh
सितंबर 30, 2025 AT 07:26हर बार इस तरह की खबरें सुनकर मैं सोचता हूँ, क्या वास्तव में सेलिब्रिटी की भागीदारी ही कारण है या बाजार की जड़ें खुद गढ़ी हुई हैं।
anil antony
सितंबर 30, 2025 AT 14:23देखो, इस केस में फॉल्ट टेरेन (fault terrain) का इम्प्लीमेंटेशन फेल हो गया, इसलिए लीवरेज्ड पोर्टफोलियो बियरर बहुत रिड्यूस हो गया।
Aditi Jain
अक्तूबर 1, 2025 AT 02:53भारत की शान को बचाने के लिए हमें ऐसे स्कैम को रोकना होगा, क्योंकि यह हमारी राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को धूमिल करता है।
arun great
अक्तूबर 1, 2025 AT 09:50आपके विचार बहुत मूल्यवान हैं 😊। इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए वित्तीय शिक्षा को जनमुक्ति (जनता) तक पहुँचाना आवश्यक है।
Anirban Chakraborty
अक्तूबर 1, 2025 AT 19:33समाज में जब भी कोई बड़ी हस्ती अपने नाम से धोखा देता है, तो यह पूरे सामाजिक तंत्र को धूमिल कर देता है। लोगों को चाहिए कि वे अपने वॉलेट को सुरक्षित रखने के लिए हमेशा दो‑तीन बार सोचें।
Krishna Saikia
अक्तूबर 2, 2025 AT 02:30आपका दृष्टिकोण सही है, हमें मिलकर ऐसी स्कैम को जड़ से उखाड़ फेंकना चाहिए।
Meenal Khanchandani
अक्तूबर 2, 2025 AT 12:13ऐसा घोटाला अस्वीकार्य है।
Anurag Kumar
अक्तूबर 2, 2025 AT 19:10बिलकुल, ऐसे मुद्दों पर खुली चर्चा ही हमें आगे बढ़ाती है। सभी को धन्यवाद।