किशोर जेना का ओलंपिक यात्रा
भारत की खेल जगत में निशानेबाजों का विशेष स्थान है। और जब भाला फेंक की बात आती है, तो नीरज चोपड़ा और किशोर जेना का नाम विशेष रूप से सुनाई देता है। विशेषकर किशोर जेना जिन्होंने हाल ही में हांगझोउ में हुए एशियाई खेलों में सिल्वर मेडल हासिल किया था, वे अब पेरिस 2024 ओलंपिक की तैयारी में जुटे हैं। जेना ने हाल ही में अपने सहयोगी नीरज चोपड़ा और प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के अर्शद नाडीन के साथ अपने संबंधों पर खुल कर बात की।
नीरज चोपड़ा के साथ सहयोग
किशोर जेना ने बताया कि नीरज चोपड़ा ने भारतीय एथलेटिक्स को नई उंचाइयों पर पहुँचाया है। जेना ने कहा, "नीरज एक प्रेरणा हैं। उन्होंने हमें यह दिखाया कि यदि दृढ़ता और मेहनत हो तो हम बड़े मंचों पर भी सफल हो सकते हैं।" जेना ने यह भी बताया कि नीरज की प्रशिक्षण में मदद और मार्गदर्शन ने उनके करियर में बहुत योगदान दिया है।
चोपड़ा-नाडीन की प्रतिद्वंद्विता
पिछले कुछ समय में नीरज चोपड़ा और अर्शद नाडीन की प्रतिद्वंद्विता ने वैश्विक स्तर पर ध्यान खींचा है। दोनों खिलाड़ियों ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में मंच साझा किया, जहाँ नीरज ने स्वर्ण पदक जीता और नाडीन ने रजत पदक। हालांकि, एशियाई खेलों में नाडीन को चोट के कारण प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ा। जेना ने बताया कि मैदान पर प्रतिद्वंद्विता के बावजूद नीरज और नाडीन के बीच अच्छी मित्रता है।
ओलंपिक की तैयारी
किशोर जेना अब पेरिस 2024 ओलंपिक पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी है और वे अपने जीवन के इस सबसे बड़े मौके पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए तैयार हैं। जेना ने विश्वास जताया कि वे अपनी मेहनत और दृढ़ता से भारत को गर्वित करेंगे।
पेरिस में होने वाले इन ओलंपिक खेलों में भाला फेंक प्रतियोगिता के लिए खिलाड़ियों को दो समूहों में बाँटा गया है। नीरज चोपड़ा और अर्शद नाडीन समूह बी में हैं, जबकि किशोर जेना समूह ए में शामिल हैं। जेना ने कहा कि उन्हें अपनी तैयारी और प्रदर्शन पर पूरा भरोसा है और वे इस मौके का पूरा फायदा उठाते हुए शीर्ष पर पहुँचने की कोशिश करेंगे।
नीरज चोपड़ा का विश्वास
नीरज चोपड़ा भी किशोर जेना की क्षमता पर पूरा यकीन रखते हैं। नीरज ने हाल ही में कहा कि किशोर बहुत मेहनती और समर्पित खिलाड़ी हैं और उन्हें विश्वास है कि पेरिस 2024 में भारत को भाला फेंक में दो पदक मिल सकते हैं।
किशोर जेना का यह आत्मविश्वास और उनके प्रयास दर्शाते हैं कि भारतीय खेलों का भविष्य उज्ज्वल है। भारतीय एथलेटिक्स में नीरज चोपड़ा और किशोर जेना जैसे युवा और समर्पित खिलाड़ियों के साथ, हम न केवल ओलंपिक में हिस्सा ले रहे हैं, बल्कि आत्मविश्वास के साथ जीत की और कदम बढ़ा रहे हैं।
17 टिप्पणि
Tuto Win10
अगस्त 6, 2024 AT 18:58क्या बात है! जेना की तैयारी देख के दिल धड़कता है!!! कोच नीरज की गाइडलाइन से टीम में ज़ोरशोर ऊर्जा भर गया है!!! हर बार जब ये लोग ट्रैक पर आते हैं तो जैसा माहौल बनता है, वैसा ही देखना मज़ेदार है!!!
Kiran Singh
अगस्त 13, 2024 AT 17:38भले ही उत्साह है पर फँसाव नहीं चाहिए
anil antony
अगस्त 20, 2024 AT 16:18भाला फेंक में मौसमी पीरियडाइज़ेशन बहुत महत्त्वपूर्ण है। पहला चरण वार्म‑अप और बेसिक फॉर्म पर केंद्रित होता है। उसके बाद स्फेरिकल पावर ड्रिल्स शामिल की जाती हैं जो मसल फाइबर रीसैशन को अनुकूल बनाती हैं। मध्य‑दौरान मैक्सिमम वैल्यू इंटेंसिटी (MVI) सेट्स को एरोबिक बेसिस के साथ इंटेग्रेट किया जाता है। फिर टुर्न‑ओवर सिमुलेशन की मदद से कैटालिसिस इफ़ेक्ट को कम किया जाता है। व्यायाम में एंटी‑ग्रैविटी यांस रेज़िस्टेंस बैंड का प्रयोग स्टेबिलिटी को बढ़ाता है। साथ ही ब्यॉन्डिंग अल्गोरिद्म की सहायता से फेंक के एंगल को ऑपटिमाइज़ किया जाता है। एथलीट को प्रोटीन‑रिच डाइट और हाई‑फाइबर कार्बोहाइड्रेट की आवश्यकता होती है। स्लीप साइकल को 7‑9 घंटे के बीच बनाए रखना जरूरी है। माइकल टेलेर के अनुसार, न्यूरल मोटर प्लानिंग को रीफ़्रेश करने के लिए कूल‑डाउन में स्ट्रेचिंग को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इस समय में हाइड्रेशन स्तर को 2‑3 लीटर पर रखना चाहिए। यदि मांसपेशियों में लैक्टिक एसिड का जमाव रहता है तो पेन इलिवेशन कोर टेस्ट लागू किया जा सकता है। इससे फॉर्म में सुधार और रीकवरी टाइम घटता है। अंत में, मैन्युअल थायरॉयड सप्लीमेंटेशन की सलाह दी जाती है ताकि थायरॉयड‑हॉर्मोन लेवल स्थिर रहे। इस समग्र योजना से नीरज चोपड़ा और किशोर जेना जैसे एथलीट को ओलंपिक में दो बैज जीतने की संभावनाएं बढ़ती हैं।
Aditi Jain
अगस्त 27, 2024 AT 14:58हमारी राष्ट्रीय भावना को किसी भी विदेशी प्रतिद्वंद्वी से ऊपर रखना चाहिए। जेना और नीरज ने भारत को गौरव दिलाया है और अब हम सभी को उनका समर्थन करना चाहिए।
arun great
सितंबर 3, 2024 AT 13:38भाला फेंक के तकनीकी पहलुओं को समझना आसान नहीं है, लेकिन कोचिंग सत्रों में छोटे‑छोटे वीडियो एनालिसिस मददगार होते हैं। 🏹
यदि आप खुद की रिकॉर्डिंग देखेंगे तो फॉर्म में सुधार दिखेगा।
Anirban Chakraborty
सितंबर 10, 2024 AT 12:18कोई भी एथलीट जब तक ईमानदारी और देशभक्ति नहीं रखता, सफलता अस्थायी होती है।
Krishna Saikia
सितंबर 17, 2024 AT 10:58जेनादेशी ने बहुत मेहनत की है और अब उसका फल मिलने वाला है। हम सबको सकारात्मक ऊर्जा भेजनी चाहिए, क्योंकि टीम वर्क ही जीत की कुंजी है।
Meenal Khanchandani
सितंबर 24, 2024 AT 09:38भाला फेंक में सही ग्रिप बहुत जरूरी है।
Anurag Kumar
अक्तूबर 1, 2024 AT 08:18अगर आप फॉर्म सुधारना चाहते हैं तो रोज़ 30 मिनट की मल्टी‑कोनर ड्रिल्स करें।
यह स्ट्रेंथ और फुर्ती दोनों को बढ़ाएगा।
Prashant Jain
अक्तूबर 8, 2024 AT 06:58अभी‑अभी अपने प्लान को अपडेट करना चाहिए।
DN Kiri (Gajen) Phangcho
अक्तूबर 15, 2024 AT 05:38चलो, हम सब मिलकर एक सपोर्ट नेटवर्क बनाते हैं। जेना को हमें हर मोड़ पर प्रोत्साहित करना चाहिए, ताकि वह अपना सर्वश्रेष्ठ दे सके।
Yash Kumar
अक्तूबर 22, 2024 AT 04:18हर बार जो hype बनती है, वो अक्सर निराशा में बदलती है। इस बार हम सिर्फ आँकड़ों पर नहीं, बल्कि व्यक्तिगत कठिनाइयों पर भी ध्यान दें। नीरज और नाडीन दोनों के पास अलग‑अलग चुनौतियां हैं, और उन्हें समझना जरूरी है। यही असली जीत है, न कि केवल मेडल।
Aishwarya R
अक्तूबर 29, 2024 AT 02:58सभी को पता है कि जेना ने पहले बिनैट्रीकली ट्रेन किया है, इसलिए उनका प्रदर्शन दुगुना है।
Vaidehi Sharma
नवंबर 5, 2024 AT 01:38वाह!! ये खबर सुनकर तो दिल खुश हो गया 😊 जय भारत!
Jenisha Patel
नवंबर 12, 2024 AT 00:18इस प्रकार, यदि हम देखेंगे, तो यह स्पष्ट है कि नीरज तथा जेना की तैयारी में कई कारक सम्मिलित हैं, जिनमें शारीरिक, मनोवैज्ञानिक एवं तकनीकी पहलू प्रमुख हैं; अतः, हम सभी को इनका सम्मान करना चाहिए, और राष्ट्र के सम्मान के लिए एकजुट होना चाहिए।
Ria Dewan
नवंबर 18, 2024 AT 22:58ओह, फिर से ओलंपिक का ट्रेंड, जैसे हर साल नया विलक्षण नायक उभरता है – बस यही तो जीवन का सार है, नहीं क्या?
rishabh agarwal
नवंबर 25, 2024 AT 21:38आखिर में, हम सभी को यह याद रखना चाहिए कि खेल का असली मक़सद आत्मविकास है, न कि केवल पदक। इस ऊर्जा को सकारात्मक रूप से उपयोग करें।