Reliance Industries ने हाल ही में घोषणा की है कि 5 सितंबर, 2024 को होने वाली उनकी बोर्ड बैठक में 1:1 बोनस शेयर जारी करने पर विचार किया जाएगा। यह घोषणा कंपनी की 47वीं वार्षिक आम बैठक से पहले आई है, जो 29 अगस्त, 2024 को आयोजित होने वाली है।
बोनस शेयर उन शेयरधारकों को बिना किसी अतिरिक्त लागत के दिए जाते हैं, जो रिकॉर्ड तिथि तक शेयर खरीदते हैं। इस बार रिकॉर्ड तिथि की घोषणा अभी तक नहीं की गई है। कंपनी ने पिछली बार 2017 में भी 1:1 फीसद बोनस शेयर जारी किया था। रिजर्व को पूंजीकृत करने से, EPS बढ़ता है और पेड-अप कैपिटल बढ़ती है, जबकि रिजर्व में कमी आती है।
बोनस शेयर जारी करने का मकसद
बोनस शेयर जारी करने का मुख्य उद्देश्य कंपनी के रिजर्व को पूंजीकृत करना है। इससे शेयरधारकों को अतिरिक्त शेयर मिलते हैं, जिससे स्टॉक में तरलता बढ़ती है। हालाँकि, यह याद रखनी चाहिए कि बोनस शेयर जारी करने से मौजूदा शेयरों के मूल्य में कोई वृद्धि नहीं होती है, लेकिन शेयरधारकों की संख्या में वृद्धि होती है।
शेयरधारकों के लिए बड़ी खबर
कंपनी के इस फैसले से शेयरधारकों को निश्चित रूप से बड़ा फायदा होगा। निवेशक जो एक्स-डेट से पहले शेयर खरीदते हैं, वे बोनस शेयर के रूप में अतिरिक्त शेयर प्राप्त करने के योग्य होंगे। बाजार विश्लेषक देवेन्द्र चोकसी के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्टॉक मूल्य पर कंपनी के विभिन्न व्यवसायों का महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है, जिनमें उपभोक्ता-केन्द्रित व्यवसाय जैसे कि रिलायंस रिटेल और जियो प्लेटफार्म्स शामिल हैं, जो स्टॉक के मूल्य में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं।
बोनस घोषणा के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज का स्टॉक 2.31% की वृद्धि के साथ ₹3,065.70 पर ट्रेड कर रहा था, जिसके साथ उनकी बाजार पूंजीकरण ₹20 लाख करोड़ से अधिक हो गई थी। इससे साफ है कि बोनस शेयर जारी करने की खबर ने शेयरधारकों और निवेशकों में सकारात्मक प्रतिक्रिया उत्पन्न की है।
अ वित्तीय दृष्टिकोण
रिलायंस इंडस्ट्रीज के इस फैसले का वित्तीय दृष्टिकोण भी महत्वपूर्ण है। उनके बोनस शेयर जारी करने से प्रबंधन को कंपनी के रिजर्व का खास उपयोग करने का मौका मिलता है। इसके अतिरिक्त, शेयरधारकों में विश्वास बढ़ता है और कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत होती है।
निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि बोनस शेयर की घोषणा से कंपनी के बुनियादी मूल्य में कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन बाजार में शेयर की लागत बढ़ जाती है तथा तरलता में वृद्धि होती है। इसके परिणामस्वरूप, निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो को बेहतर करने का एक नया अवसर मिलता है।
निष्कर्ष
रिलायंस इंडस्ट्रीज का यह कदम निश्चित रूप से शेयरधारकों के लिए एक बड़ा वरदान साबित हो सकता है। बोनस शेयर जारी करने की योजना, कंपनी के भविष्य के दृष्टिकोण को दर्शाता है और निवेशकों को अधिक लाभ की संभावना प्रदान करता है।
एक टिप्पणी लिखें