फ्रंट-रनिंग क्या है और आपको क्यों ध्यान देना चाहिए
फ्रंट-रनिंग सरल शब्दों में वो कार्रवाई है जिसमें कोई ट्रेडर या संस्थान किसी आने वाली बड़ी जानकारी या आर्डर का फायदा उठाकर पहले ही खुद के लिए लाभ कमाने की कोशिश करता है। यह स्टॉक, क्रिप्टो, बांड, या यहां तक कि सरकारी लॉटरी और बड़े इंडिक्टिव ड्रॉ के आसपास भी हो सकता है। उदाहरण के लिए अगर किसी कंपनी के बड़े निवेश या IPO खबर से पहले कुछ खातों में असामान्य खरीद दिखे, तो फ्रंट-रनिंग की आशंका सामने आती है।
रोज़मर्रा के संकेत — यह कैसे पहचानें
क्या आपने किसी खबर से पहले अचानक बढ़ी ट्रेडिंग वॉल्यूम या कीमतों का तेज उछाल देखा है? ऐसे संकेत अक्सर फ्रंट-रनिंग से जुड़े होते हैं। कुछ आसान तरीके जिससे आप शंकास्पद गतिविधि पकड़ सकते हैं:
1) खबर से पहले असमान्य वॉल्यूम: बड़ी खबर आने से पहले अगर किसी स्टॉक या क्रिप्टो में बिना स्पष्ट कारण अचानक वॉल्यूम बढ़े, तो शक करें।
2) ऑर्डर बुक में छोटा-छोटा खरीद का दबाव: कई छोटे ऑर्डर मिलकर कीमत खींचने की कोशिश कर सकते हैं ताकि बाद में बड़ा प्रॉफिट लिया जा सके।
3) पैटर्न रिपीट होना: वही खाते बार-बार बड़ी घोषणाओं से पहले सक्रिय हों।
कहाँ ज्यादा होता है — बाजार और क्रिप्टो में फर्क
पारंपरिक बाजारों में फ्रंट-रनिंग अक्सर ब्रोकर्स, इनसाइडर या हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेडर्स द्वारा होती है। उदाहरण के तौर पर IPO लिस्टिंग के समय असामान्य प्रीमियम या अचानक कीमत उछाल—जैसे किसी कंपनी के शेयर की लिस्टिंग पर 80–90% प्रीमियम—हाइपर-एक्टिव ट्रेडर्स का निशान हो सकता है।
क्रिप्टो में इसे MEV (Maximal Extractable Value) कहा जाता है, जहां माइनर्स या वेरिफायर्स ट्रांजैक्शन ऑर्डर को रीऑर्डर करके फायदा उठाते हैं। ब्लॉकचेन की पारदर्शिता के बावजूद, मेमपूल और ब्लॉक प्राइमिंग को देखकर फ्रंट-रनिंग संभव है।
अब सवाल आता है: आम निवेशक क्या कर सकता है?
पहला कदम है सतर्क रहना—खबरों को समय पर फॉलो करें और किसी असमान्य गतिविधि पर सवाल उठाएँ। लिमिट ऑर्डर का उपयोग करें ताकि आप कीमत नियंत्रण में रखें। बड़ी रकम लगाने से पहले छोटे-छोटे हिस्सों में निवेश करें और किसी भी संदेहास्पद गतिविधि को अपने ब्रोकरेज और रेगुलेटर (जैसे SEBI) को रिपोर्ट करें।
बढ़िया प्रैक्टिस में शामिल हैं: भरोसेमंद ब्रोकरेज चुनना, ऑटोमैटेड ट्रेडिंग अल्गो के साथ सावधानी बरतना और क्रिप्टो में DEX पर बैच ऑक्शन या प्रोटोकॉल-स्तर की MEV-मिटिगेशन तकनीक का समर्थन करना।
अंत में, फ्रंट-रनिंग हमेशा पकड़ी नहीं जाती, पर जागरूकता और सही व्यवहार से नुकसान काफी हद तक कम किया जा सकता है। अगर किसी खबर या मार्केट मूव के समय आपको कुछ अजीब लगे, सवाल पूछें और दस्तावेज़ी साक्ष्य इकट्ठा कर रिपोर्ट करें—छोटी सावधानी बड़े नुकसान से बचा सकती है।
अगर आप चाहें तो मैं आपके लिए फ्रंट-रनिंग के हालिया उदाहरण (संबंधित IPOs, स्टॉक स्विंग्स या क्रिप्टो घटनाओं) की जांच करके आसान रिपोर्ट भी बना दूं—बताइए किस सेक्टर पर ध्यान चाहिए।
24 जून 2024
Rakesh Kundu
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने संदीप टंडन के स्वामित्व वाले क्वांट म्यूचुअल फंड पर फ्रंट-रनिंग की शंका के चलते तलाशी और जब्ती की कार्रवाई की। यह तलाशी दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद में शुक्रवार और शनिवार को की गई। मामले की विस्तृत जांच के बाद सेबी ने यह कार्रवाई की। क्वांट म्यूचुअल फंड ने आश्वासन दिया कि वे नियामक के साथ पूर्ण सहयोग करेंगे और पारदर्शिता बनाए रखेंगे।
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