सबसे धीमी पारी — कब और क्यों खेली जाती है
कभी-कभी बल्लेबाज deliberately धीमा खेलते हैं। ऐसा अक्सर टेस्ट या लम्बे प्रारूप में होता है जब टीम को जोड़ बनाकर रखना, ड्रॉ बचाना या किसी मुश्किल पिच पर विकेट बचाना होता है। धीमी पारी का मकसद जल्दी निकलने वाली खतरनाक गेंदों से बचना और टीम की जीत/ड्रा संभावना बनाये रखना है।
यह तरीका मैच की स्थिति पर निर्भर करता है: पिच स्लो हो, बारिश का खतरा हो, या लक्ष्य छोटा हो और समय बचाने की जरूरत हो — ऐसे मौकों पर कप्तान और बल्लेबाज धीमी गति चुनते हैं।
धीमी पारी के लिए सरल तकनीकें
धीमे खेलना भी कला है। कुछ बुनियादी बातें जो काम आती हैं:
- रोलिंग ऑफ द रिस्ट: गेंद को ज्यों-की-त्यों खेलने की कोशिश न करें, कंडीशन के अनुसार हाथ को दबाकर खेलें।
- सुरक्षित फुटवर्क: बैक-फुट पर रहकर शॉर्ट गेंदों को काटें, फ्रंट-फुट पर लाइन के साथ खेलने की कोशिश करें।
- रनों की छोटी कोशिशें: एक-एक रन लेकर स्ट्राइक शेयर करना और रन चुराना।
- टेम्पो कंट्रोल: शॉट्स की रफ्तार कम करें, बड़ी हिट केवल तभी लें जब शॉट सुरक्षित लगे।
- कंसंट्रेशन ब्रेक्स से बचाव: लंबी बॉलिंग स्पेल्स में खुद को फ्रेश रखें — छोटे आराम, मन का फोकस बनाये रखें।
बाउलर और कप्तान इसे कैसे तोड़ते हैं
जब विपक्ष समझता है कि बल्लेबाज धीमा खेल रहे हैं, तो वे भी अपनी योजना बदलते हैं। तेज शार्ट-पिचिंग, स्लो ऑफ़ स्पिन, सटीक लेंथ पर डॉट-बॉल्स, और फील्ड को क्लोज करके दबाव बनाते हैं। कप्तान समय-समय पर पावर-प्ले जैसा दबाव नहीं, बल्कि लगातार लाइन और लेंथ का इस्तेमाल करके विकेट लेने की कोशिश करते हैं।
साथ ही मानसिक दवाब बढ़ाना भी असर करता है: लंबे समय तक बैठकर बल्लेबाजों की भूल करवा देना और उन्हें अनफॉर्टेबल शॉट्स खेलने पर मजबूर करना।
धीमी पारी हमेशा नकारात्मक नहीं होती। यह रणनीति मैच बचा सकती है, टीम के लिये समय खरीद सकती है और विरोधी के प्लान को विफल कर सकती है। पर गलत समय पर या तकनीक बिना धीमी पारी लेने से टीम रन-रेट पर दबाव में आ सकती है और हार का जोखिम बढ़ जाता है।
अगर आप घरेलू या क्लब क्रिकेट खेलते हैं और धीमी पारी की जरूरत महसूस हो तो पहले एक साफ प्लान बनाइए: कब रन लेंगे, कब रक्षा पर भरोसा करेंगे और किन गेंदों पर शॉट लेंगे। यह प्लान टीम के साथ साझा करें और मैच की परिस्थितियों के अनुसार बदलते रहें।
अगर आप दर्शक हैं तो ध्यान रखें: धीमी पारी में भी कौशल और धैर्य होता है। यह मैच की बारीकियों में से एक है और सही समय पर काम आये तो खेल का रुख बदल सकती है।
11 नवंबर 2024
Rakesh Kundu
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी20 मुकाबले में हार्दिक पंड्या को से संघर्ष करते देखा गया, जिससे वे भारतीय बल्लेबाजों की सबसे धीमी पारियों की अनचाही सूची में शामिल हो गए। इस मुकाबले में उन्होंने 39 गेंदों पर 45 रन बनाकर पारी खेली, जिसे कई चुनौतियों के बीच देखा गया, जैसे खराब स्थिति में बल्लेबाजी और आखिरी ओवरों में टेलेंडर्स के साथ खेलना।
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