विदेशी छात्र: भारत में पढ़ना — जरूरी बातें जो जाननी चाहिए
क्या आप भारत में पढ़ने का सोच रहे हैं? सही निर्णय! पर शुरू करते समय कई छोटे-मोटे कदम होते हैं जो अक्सर छूट जाते हैं। यहां सीधे, काम के लायक सुझाव मिलेंगे — दाखिला से लेकर रोज़मर्रा की ज़रूरतों तक।
दाखिला और वीज़ा — क्या ध्यान रखें
सबसे पहले विश्वविद्यालय का एडमिशन ले लें और उसका आधिकारिक लेटर संभाल कर रखें। छात्र वीज़ा (Student Visa) के लिए आमतौर पर एडमिशन लेटर, पासपोर्ट की कॉपी, पासपोर्ट फोटो और वीज़ फीस चाहिए होती है। वीज़ नियम देशों के अनुसार बदलते रहते हैं, इसलिए अपने देश की भारतीय दूतावास या वीज़ कन्सल्टेंसी से ताज़ा जानकारी जरूर लें।
अगर आप 180 दिनों से ज़्यादा रुकने वाले हैं तो FRRO/FRRO जैसे स्थानीय रजिस्ट्रेशन की जरूरत पड़ सकती है — इसकी समय पर पूर्ति पर ध्यान दें, वरना जुर्माना हो सकता है।
रहना, खाने और दिनचर्या
रहने के विकल्प: हॉस्टल, PG, शेयर फ्लैट या होमस्टे। विश्वविद्यालय हॉस्टल सस्ता और सुविधाजनक होता है, पर जल्दी बुक करें। PG और शेयर फ्लैट में खाना और सफाई संबंधी नियम पहले से पूछ लें।
बैंक खाता खोलना फायदेमंद है — पासपोर्ट, वीज़ और दाखिला पत्र ले कर नज़दीकी बैंक जाएँ। मोबाइल सिम लेने से पहले स्थानीय डॉक्यूमेंट नियम देख लें; कई बार वेरिफिकेशन में समय लगता है।
डेली बजट संभालने के लिए लोकल मार्केट और खाने के ठेले बेहतर होते हैं। बाहर खाने में सामग्री के प्रकार और शाकाहार/मांसाहार विकल्प पहले से जान लें।
क्या पार्ट‑टाइम काम कर सकते हैं? सामान्यतः छात्र वीज़ पर पुख्ता पार्ट‑टाइम काम की अनुमति सीमित होती है। इंटर्नशिप या अस्थायी काम के लिए विश्वविद्यालय और स्थानीय इमिग्रेशन नियमों से पहले मंजूरी लें।
स्वास्थ्य बीमा रखें — छोटी चिकित्सा आपात स्थिति में प्रोटेक्शन मिलेगा। नज़दीकी अस्पताल और आपातकालीन नंबर अपने फोन में सेव कर लें।
संस्कृति और सुरक्षा: भारत विविध है — भाषा, खान-पान और रीति-रिवाज अलग होंगे। खुले मन से बनिए पर निजी सुरक्षा का ध्यान रखें: रात में अनजान इलाकों से बचें और अपने दस्तावेज़ो की डिजिटल कॉपी रखिए।
सहायता कहाँ मिलेगी? विश्वविद्यालय के इंटरनेशनल आफिस, साथी छात्र और स्थानीय समुदाय मददगार होते हैं। अगर कोई समस्या आ जाए (विसा, कैंपस, स्वास्थ्य), पहले यूनिवर्सिटी के काउन्सलर से बात करें।
ट्रांसपोर्ट के लिए लोकल ऐप्स (काब/ऑटो), सबवे और लोकल बसें सस्ती और भरोसेमंद हैं। पहले कुछ हफ्तों में शहर की कमी‑ज्यादा जगहों का रूट सीख लें — इससे टाइम और पैसा दोनों बचेंगे।
याद रखें — कागजी काम और रजिस्ट्रेशन समय से पूरे कर लेने से बाद में सिरदर्द नहीं होता। शुरुआती महीनों में थोड़ा सतर्क रहना और स्थानीय नियम समझना सबसे ज़रूरी है। अगर आप इन बेसिक चीज़ों पर ध्यान देंगे तो पढ़ाई और अनुभव दोनों सरल और मज़ेदार हो जाएंगे।
किसी खास शहर या यूनिवर्सिटी के बारे में सवाल है? बताइए — मैं आपको वहाँ की खास सलाह दे दूँगा।
18 मई 2024
Rakesh Kundu
किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में विदेशी छात्रों, खासकर भारतीयों, पाकिस्तानियों और बांग्लादेशियों के खिलाफ हिंसा भड़क उठी है। हालात तब बिगड़े जब किर्गिज और विदेशी छात्रों के बीच हुई झड़प का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें विदेशी छात्रों के साथ नरम रवैया अपनाने का आरोप लगाया गया। भारत और पाकिस्तान दोनों ने अपने छात्रों को सुरक्षा के लिए घर में रहने की सलाह दी है।
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