आधुनिक रिटेल — छोटे बिज़नेस के लिए सरल और काम की रणनीतियाँ
आज का ग्राहक ऑनलाइन-ऑफलाइन दोनों जगह खरीदारी करता है। अगर आप अपने रिटेल स्टोर या किराना बिज़नेस को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो सिर्फ अच्छा माल रखना ही काफी नहीं। टेक और ऑपरेशन दोनों को सिंक करना होगा। नीचे दिए सुझाव सीधे लागू करने वाले हैं — सस्ते, तेज़ और असरदार।
बुनियादी टेक स्टैक और क्या शुरू करें
सबसे पहले छोटे-छोटे कदम लें: डिजिटल बिलिंग + UPI पेमेंट, एक आसान POS ऐप, और मोबाइल-फ्रेंडली इन्वेंटरी। ये तीनों मिलकर रोज़ की बिक्री और रिकॉर्ड को साफ बनाएंगे। बहुत महंगा सिस्टम लेने की जरूरत नहीं — कई क्लाउड बेस्ड ऐप्स हैं जो महीने-दर-महीने सस्ते प्लान देते हैं।
ऑनलाइन मौजूदगी? एक छोटा WhatsApp बिज़नेस प्रोफाइल, इंस्टाग्राम शॉप या फेसबुक पेज से शुरुआत करें। इससे लोकल कस्टमर्स तक तेज़ पहुँच और ऑर्डर इंस्टैंट मिलते हैं।
ओमनीचैनल और ग्राहक अनुभव
ओमनीचैनल का मतलब यही नहीं कि आप हर जगह बेचें, बल्कि समान अनुभव दें। प्राइस, रिटर्न पॉलिसी और स्टॉक सूचना हर चैनल पर मिलनी चाहिए। क्या ग्राहक पहले ऑनलाइन चेक कर के दुकान पर आते हैं? तो स्टोर पर उसी प्राइस और डिस्प्ले का हुए ज़रूर ध्यान रखें।
कस्टमर लॉयल्टी के लिए छोटे-छोटे ऑफर काम करते हैं — जैसे पहली खरीद पर 10% या भरोसेमंद कस्टमर को महीने में एक एक्सक्लूसिव डील। डेटा को नोट करें: कौन सा प्रोडक्ट बार-बार बिकता है, किस दिन स्पाइक आता है। यह जानकर आप स्टॉक सही रख पाएंगे।
एक सरल नुस्खा: 80/20 नियम अपनाएँ — 20% प्रोडक्ट से 80% बिक्री आती है; उन 20% पर फोकस करें।
इन्वेंटरी और सप्लाई चेन को सुसंगत रखने के लिए रीयल-टाइम स्टॉक रिकार्ड रखें। सप्लायर को मिनिमम ऑर्डर क्वांटिटी से समझौता कर लें या कमी होने पर त्वरित रिस्टॉक का ऑप्शन बनवाएँ।
लॉगिस्टिक्स में तेज़ी चाहिए? लोकल डिलीवरी पार्टनर के साथ कैश ऑन डिलीवरी और रोज़ाना ड्रॉप-पिक्स का समझौता करें। इससे छोटे बाजारों में भी आप तेज डिलीवरी दे पाएंगे।
KPIs पर नज़र रखें: दैनिक सेल्स, एओवी (Average Order Value), स्टॉक टर्नओवर और रिटर्न रेट। हर हफ्ते एक शीट में नंबर अपडेट करें और महीने के आखिर में 1-2 बदलाव करने का लक्ष्य रखें। छोटे बदलाव जल्दी असर दिखाते हैं।
अंत में, ग्राहक से पूछें — सीधे और साधारण प्रश्न: किस चीज़ पर सुधार चाहेंगे? उनकी शिकायत पर तेज़ एक्शन ही भरोसा बनाता है। छोटे बिज़नेस की सबसे बड़ी ताकत यही है — फुर्ती और कस्टमर नज़दीकी। इसे बरकरार रखें और टेक का इस्तेमाल स्मार्ट तरीके से करें।
5 अक्तूबर 2024
Rakesh Kundu
Zomato के CEO दीपिंदर गोयल ने बताया कि कैसे फटाफट कामर्स ने इकॉमर्स और आधुनिक रिटेल की जगह ले ली है। गोयल ने Zomato के IPO के बाद कई वरिष्ठ अधिकारियों के समर्पण में कमी को इंगित किया, जिससे उन्हें कुछ कर्मचारियों को हटाना पड़ा। उन्होंने फटाफट कामर्स से संबंधित नियामकीय जांच पर भी चर्चा की और बताया कि यह न केवल पारंपरिक रिटेल को नहीं बल्कि इकॉमर्स और आधुनिक रिटेल की गतिशीलता को बदल रहा है।
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