सेबी (SEBI): आपको क्या जानना चाहिए — आसान भाषा में

SEBI यानी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया शेयर बाजार और निवेशकों को सुरक्षित रखने वाला मुख्य नियामक है। अगर आप शेयर, IPO या म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो SEBI के नियम सीधे आपके फायदे और सुरक्षा से जुड़े होते हैं। यहाँ सीधे और प्रैक्टिकल तरीके से जानिए क्या करें और किस खबर पर ध्यान दें।

SEBI क्या करता है और इसका असर आपकी पूंजी पर

SEBI मार्केट इंटरमीडिएट्स (ब्रोकर्स, डीलर्स), प्राइवेट प्लेसमेंट, IPO नियम, इनसाइडर ट्रेडिंग और मार्केट सर्जिलांस देखता है। इसका मतलब — जब कोई कंपनी IPO लाती है, तो SEBI उसके डाक्यूमेंट्स (DRHP/RHP) के ढांचे और डिस्क्लोज़र की जांच करता है। हाल ही में हमारी खबरों में यूनिमेक एयरोस्पेस की 90% प्रीमियम पर सूचीबद्धता और इंवेंचरस नॉलेज सॉल्यूशन्स के IPO में भारी सब्सक्रिप्शन जैसे मामलें आए — ये सब SEBI की निगरानी और नियमों के दायरे में आते हैं।

बड़ी कंपनियों के शेयरों में जब तेज उतार-चढ़ाव दिखाई दे, जैसे अडानी एंटरप्राइजेज के हालिया दाम बदलने पर रिपोर्ट हुई, तो SEBI मार्केट बिहेवियर और संभावित गैरकानूनी क्रियाओं की जांच कर सकता है। यह जांच निवेशकों के भरोसे को बनाए रखने के लिए जरूरी है।

निवेशक के लिए तुरंत उपयोगी टिप्स

1) IPO में आवेदन करने से पहले प्रोस्पेक्टस पढ़ें — कंपनी की कमाई, कर्ज, प्रमोटर होल्डिंग और रिस्क फैक्टर्स जरूर चेक करें। इंवेंचरस IPO की सब्सक्रिप्शन संख्या की तरह डेटा आपको समझने में मदद करता है कि किस तरह की मांग बन रही है।

2) ASBA से आवेदन करें और allotment स्टेटस को BSE/NSE या रजिस्ट्रार की साइट पर चेक करें। लिस्टिंग डे पर बड़ी स्पाइक देखने को मिल सकती है — जो शेयर जल्दी बेचने वालों के लिए मौका है, पर सोच-समझकर निर्णय लें।

3) जब किसी स्टॉक में असामान्य रैली या ढलान दिखे तो SEBI की वेबसाइट और निवेशक अलर्ट देखें। अगर शक हो तो SCORES (SEBI Complaints Redress System) पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं — यह रियल टाइम कम्युनिकेशन के लिए काम आता है।

4) डायवर्सिफाइ करें और हाइपोथेटिकल 'बेतुके' वॉरेंट्स या बिना जानकारी के टिप्स पर ट्रेड न करें। लंबे समय के निवेश में कंपनी के बुनियादी आंकड़े और प्रबंधन ज्यादा मायने रखते हैं।

5) अगर आपको लगता है कि किसी शेयर के साथ अनियमितता है, तो अपने ब्रोकर्स से लिखित जानकारी मांगें और फिर SEBI/एक्सचेंज को सूचना दें। तेज़ और स्पष्ट सबूत होने पर नियामक कार्रवाई तेज़ होती है।

हमारी साइट पर 'यूनिमेक एयरोस्पेस की सूचीबद्धता', 'इंवेंचरस IPO की मांग' और 'अडानी शेयर आंदोलनों' जैसी खबरें आपको ताज़ा परिप्रेक्ष्य देती हैं। हर खबर के साथ यह देखिए कि SEBI की क्या भूमिका हो सकती है और आपकी अगली चाल क्या होनी चाहिए।

अगर आप निवेशक हैं तो इस टैग को फॉलो करें — हम SEBI से जुड़े नियम, मार्केट रिपोर्ट और प्रैक्टिकल टिप्स नियमित रूप से अपडेट करते रहते हैं। सवाल हैं? नीचे कमेंट करें या SCORES के बारे में मदद चाहिए तो बताइए, मैं दिशा बताऊंगा।

24 जून 2024 0 टिप्पणि Rakesh Kundu

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