Wimbledon 2017: टेनिस के सबसे बड़े मंच पर क्या हुआ?

क्या आप जानते हैं कि Wimbledon सिर्फ ग्रैंड स्लैम नहीं, बल्कि हर साल हजारों फैन को रोमांचक पल देता है? 2017 में भी इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट ने कई अनपेक्षित मोड़ देखे। चलिए, उस महीने की मुख्य खबरें और शानदार खेल दिखाते हैं जो आपके दिल को धड़कन देंगे।

पुरुष सिंगल्स का इतिहास – राफेल नडाल का जादू

राफेल नडाल ने Wimbledon 2017 में अपना दूसरा टाइटल जीता और इस जीत से वह केवल एक साल बाद ही अपने करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि को दोहराने वाले खिलाड़ी बन गए। क्वार्टर फाइनल तक उनका रास्ता आसान नहीं था; उन्होंने मिखाइल गोलेव को पाँच सेट में हराया, फिर स्टीफ़न डॉस्डी के खिलाफ तेज़ सर्विस से मैच जीत लिया। फाइनल में पॉलर रॉब्स की हार उनके ग्रिट और क्लासिक स्पिन का नतीजा थी।

उनकी इस जीत ने दिखा दिया कि दृढ़ता और निरंतर मेहनत से बड़े मंच पर भी चमक सकता है। अगर आप टेनिस सीख रहे हैं, तो नडाल के फूटवर्क और बैकटॉप की तकनीक को देखिए – यह हर खिलाड़ी के लिये प्रेरणा है।

महिला सिंगल्स में शारापोवा का जलवे

वहीं महिला वर्ग में मारिया शारापोवा ने अपना पाँचवाँ Wimbledon खिताब हासिल किया। फाइनल में वह एलेना वेंट्रेस्को को दो-सेट में हराकर इतिहास रचा। उनकी सर्विस की गति, नेट पर तेज़ प्रतिक्रिया और कोर्ट के दोनों ओर से मारने का संतुलन देखते ही बनता है।

शारापोवा ने टेनिस को एक नई शैली दी – वह न केवल शक्ति बल्कि फ़ुर्ती भी दिखाती हैं। उनके मैच में कई रैली थीं जहाँ उन्होंने दो-तीन शॉट्स में पॉइंट बना लिया, जिससे दर्शकों को रोमांच मिला।

Wimbledon 2017 ने सिर्फ विजेताओं को ही नहीं, बल्कि उभरते खिलाड़ियों को भी मंच दिया। डबल्स इवेंट में कई युवा टीमों ने अपने कौशल दिखाए और भविष्य की संभावनाएँ उजागर हुईं। इस साल के मिक्स्ड डबल्स में ब्रेटी जॉर्ज वेस्ट और लिंडा फ्रीड्रिकसन ने शानदार जोड़ी बनाकर दर्शकों को रोमांचित किया।

अगर आप Wimbledon 2017 की यादगार क्षणों को फिर से देखना चाहते हैं, तो हाइलाइट रील्स या मैच रिप्ले पर ध्यान दें। हर सर्विस, प्रत्येक एसेस और दो-तीन सेट के अंत तक का तनाव आपको फिर से उस माहौल में ले जाएगा जहाँ इतिहास बनता है।

आखिरकार, Wimbledon सिर्फ एक टेनिस टूर्नामेंट नहीं; यह संस्कृति, परंपरा और खेल की भावना को जोड़ने वाला मंच है। 2017 ने हमें दिखाया कि मेहनत, धैर्य और सच्ची लगन से कोई भी बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है। अगली बार जब आप कोर्ट के पास जाएँ या टीवी पर मैच देखें, तो इस साल की कहानियों को याद रखें – यह आपको प्रेरित करेंगे और टेनिस के प्रति आपका प्यार और गहरा बनाएंगे।

26 अगस्त 2025 0 टिप्पणि Rakesh Kundu

Wimbledon 2017: मुगुरुज़ा ने घास पर रचा इतिहास, वीनस के सपने चकनाचूर

गार्बिने मुगुरुज़ा ने वीनस विलियम्स को 7-5, 6-0 से हराकर अपना पहला विम्बलडन और दूसरा ग्रैंड स्लैम जीता। 23 साल की स्पेनिश स्टार ने पहले सेट में दो सेट पॉइंट बचाए और फिर दूसरे सेट में पूरी तरह हावी रहीं। 37 की वीनस 2009 के बाद पहली बार फाइनल में पहुंचीं और 1994 के बाद सबसे उम्रदराज़ फाइनलिस्ट बनीं। सेरेना की गैरमौजूदगी में ड्रॉ खुला, लेकिन मुगुरुज़ा ने मौका पूरी तरह भुनाया।

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